नशे के अड्डे पर जेसीबी देख ईरानी डेरा की महिलाएं विरोध में हुईं खड़ी, तोड़ने से पहले बसाने की मांग…

इटारसी। जिले में इटारसी शहर का ईरानी डेरा किसी पहचान का मोहताज नही है। ये वो जगह है जहां से युवा पीढ़ी की नसों में मादक पदार्थों का जहर घोला जा रहा है। इस डेरे में बीच सड़क पर बेधड़क मादक पदार्थों की बिक्री पुड़िया बनाकर होती है। शहर के लिए कोढ़ बन चुके इस ईरानी डेरे को वर्तमान स्थान से अन्यत्र विस्थापन की योजना के अंतर्गत भारी पुलिस बल के साथ प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा तो कड़ा विरोध हुआ। डेरे की महिलाओं के तीखे विरोध से प्रशासन की जेसीबी का पंजा एक फुट का निर्माण भी नही तोड़ पाया। डेरा निवासियों की मांग है कि पहले उन्हें दूसरी उचित जगह पर आशियाना बनाकर दें तब यहां जेसीबी चलाएं। समाचार लिखे जाने तक प्रशासन और डेरा निवासियों के बीच गतिरोध बरकरार था। उल्लेखनीय है कि 27 नवंबर को महावीर जैन स्कूल के कार्यक्रम में विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा था कि सब्जी मंडी के पास से ईरानी डेरा शिफ्ट किया जाएगा। पिछले कई वर्षों से ईरानी डेरा यहां से शिफ्ट करने की योजना बन रही है, लेकिन विरोध के कारण उस पर अमल नहीं हो पा रहा है। इससे पहले भी कुछ साल पहले ईरानी डेरा हटाने प्रशासनिक अमला पहुंचा मगर भोपाल से आये एक फोन के बाद अमला चुपचाप लौट गया था और तब से इस डेरे को हटाने की योजना ठंडे बस्ते में चली गई थी। वही स्तिथि फिर बनते दिख रही है कि प्रशासनिक अमला पहुंचा है और ईरानी समाज की महिलाओं का कहना है कि पहले हमें दूसरी जगह बनाकर दो, तब यहां से तोड़ो। एसडीएम मदन सिंह रघुवंशी, एसडीओपी महेन्द्र सिंह चौहान, टीआई रामस्नेही चौहान, सीएमओहेमेश्वरी पटले, तहसीलदार राजीव कहार और राजस्व,पुलिस तथा नगर पालिका का अमला जेसीबी मशीन,ट्रैक्टर ट्राली के साथ मौके पर मौजूद हैं, महिलाओं के विरोध के कारण अभी अतिक्रमण तोडने की कार्रवाई प्रारंभ नहीं हुई है।

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