पहले हाड़तोड़ कराई मजदूरी, मेहनताना मांगा तो मिली दुत्कार और पिटाई, चंगुल से भागकर इटारसी आए मजदूर..

इटारसी। आदिवासी ब्लॉक केसला से जुड़े आसपास के गांवों के मजदूर मजदूरी करने गुजरात, महाराष्ट्र, केरल सहित अन्य जगहों पर जा रहे हैं जहाँ उन्हें बंधक बनाकर काम कराया जा रहा है और मेहनताना मांगने पर पिटाई मिल रही है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमे बंधक बनाए गए मजदूर बमुश्किल छूटकर इटारसी पहुंचे।

यह है मामला— केसला ब्लॉक से कुछ दिनों पहले कुछ मजदूर काम करने गुजरात गए थे। इन मज़दूरों को एक ठेकेदार लेकर गया था। इन मजदूरों से वहां हाड़तोड़ काम लिया गया। महीना पूरा होने पर जब मजदूरों ने मजदूरी मांगी तो उन गरीब मजदूरों को बिना पैसे दिए अभद्रता कर भगा दिया गया। जैसे-तैसे ठेकेदार की चुंगल से निकलकर गुजरात के रेलवे स्टेशन पहुंचे। ये सभी मजदूर भटकते रहे। इसकी जानकारी भारतीय मजदूर संघ जिला मंत्री राजकोट शिवराज सूर्यवंशी को मिली तो उन्होंने मजदूरों को तुरंत ₹10000 की राशि दी गई जिससे भोजन की व्यवस्था की गई और उनका रेलवे टिकट भी कटवाया। उनकी इस सहायता से मजदूर अपने घर वापस लौट सके। ये सभी मजदूर इटारसी पहुंचे जहां उन्होंने आपबीती सुनाई। आदिवासी सेवा समिति के मीडिया प्रभारी विनोद बारिवा ने बताया कि ठेकेदार द्वारा सबसे पहले गांव का एक मुकद्दाम बनाया जाता है जिससे वह मुकद्दम गांव के मजदूरों का इकट्ठा करके। उन्हें मजदूरी का लालच देकर बाहर चलने तैयार करता है। कार्यस्थल पर ले जाने ले बाद मजदूरों को काम मे लगा दिया जाता है। 1 महीने होने के बाद जब मजदूर भुगतान की बात करते हैं तो उनको बेरहमी से पीटा जाता है और अभद्र व्यवहार कर भगा दिया जाता है। कई बार तो मजदूरों को बंधक बनाकर अपने कमरे में कैद करके रखा जाता हैं। बैतूल, शाहपुर, घोड़ाडोंगरी, केसला और आसपास के क्षेत्रों के कई मजदूर इस ठेकेदार के चुंगल में फंसे हुए हैं। ग्रामीणों को ज्यादा मजदूरी के लालच में बिना सोचे समझे अपने क्षेत्र से बाहर नही जाना चाहिए।.