– जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने किया ग्राम तीखड़ में भूमिपूजन
नर्मदापुरम। नर्मदापुरम जिले के केसला विकासखंड के ग्राम पंचायत तीखड में झाड़बीडा उद्वहन सिंचाई परियोजना अंतर्गत पंप हाउस क्रमांक 2 के अंतर्गत 4 पंपों का भूमिपूजन किया। ग्राम तीखड में आयोजित कार्यक्रम में जलसंसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने भूमिपूजन के बाद पौधरोपण कर पर्यावरण बचाने का संदेश भी दिया। झाड़ बीडा उदवहन सिंचाई परियोजना से केसला विकासखंड के 79 गांव के 19 हजार 858 किसान लाभान्वित होगे। उक्त परियोजना की सिंचाई क्षमता 15 हजार 610 हैक्टेयर तक की है। इस परियोजना पर 17758 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी।
मंत्री ने पानी बचाने का दिया संदेश
जल संसाधन विभाग मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि जल है तो कल है। जल से प्रगति है। जल है तो अन्नदाता किसानों का विकास भी है। पहले जब हम कहीं जाते थे तब अपने आसपास तालाब, बाबड़ी, कुओं एवं नालों को जल से लबालब देखा करते थे। लेकिन आज तालाबों में कालोनियां बन गई है। केचमेंट एरिया समाप्त हो गया है। पहले 20 फीट में ही जल प्राप्ति हो जाती थी। लेकिन आज का जल स्तर इतना नीचे गिर गया है कि अब हमे 250 से 300 फीट तक खुदाई पर भी पानी नहीं मिलता। मंत्री सिलावट ने कहा कि यदि हमने आज जल का संरक्षण एवं संवर्धन नहीं किया तो आने वाली पीढी हमे माफ नहीं करेगी। हम सभी अपने जीवन का प्रतिदिन एक घण्टा किसी भी तालाब, बावडी, नदी एवं नालों पर श्रमदान कर बिताएं।
5 साल में सिंचाई क्षेत्र 1 लाख करोड़ हेक्टेयर करने का दावा
मंत्री
सिलावट ने कहा कि पहले मध्यप्रदेश में 07 लाख हेक्टेयर
में सिंचाई होती थी। अब शासन ने इसे बढाकर 50 लाख
हेक्टेयर कर दिया है।
आगामी 02 साल में इसे बढाकर 65 लाख
हेक्टेयर एवं 05 साल में 1 लाख करोड
हेक्टेयर तक कर दिया जाएगा। मंत्री
सिलावट ने कहा
कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री
स्व. अटल बिहारी बाजपेयी ने नदी जोडने का सपना देखा था। उस सपने को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरा कर रहे है। वर्ष 2047 तक भारत एवं मध्यप्रदेश विकसित
राष्ट्र एवं राज्य की श्रेणी में आ जाएगा।
नहरों को पक्का और मेंटेनेंस का प्रस्ताव भेजे विभाग
मंत्री
सिलावट
ने
कहा कि जहां
पर
जल
होगा वहीं पर पर्यटन भी होगा। हरदा एवं नर्मदापुरम जिले के 82 हजार हैक्टेयर के क्षेत्र में तवा नहर से मूंग फसल के लिए पानी दिया जाता है। मंत्री
सिलावट ने मुख्य अभियंता जल संसाधन विभाग राजाराम मीना को निर्देश दिए कि जितनी भी कच्ची नहरें है उन्हें पक्की एवं दुरस्त करने के लिए प्रस्ताव भिजवाएं।
विकसित भारत का सपना तभी साकार होगा जब हम जल की एक
– एक बूंद बचाएंगे। तालाब, बावडियो, कुंओं एवं नालों की सुरक्षा करें।
मंत्री सिलावट ने कहा कि जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए 30 मार्च से जल गंगा संवर्धन अभियान प्रारंभ किया गया है। उन्होने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगो को अपना योगदान देने के लिए संकल्प दिलाया।
विधायक बोले सिवनीमालवा के लिए बड़ी सौगात
सिवनीमालवा
विधायक
ने
कहा
कि
सिवनीमालवा
क्षेत्र को 3
बड़ी परियोजनाओं
की
सौगात
मिली
है।
इन
परियोजनाओं से सिवनीमालवा क्षेत्र के गां
वो को सिंचाई के लिए
पानी मिलेगा। हमारे पास नर्मदा एवं हतेड नदी का वरदान है। उन्होने मंत्री सिलावट से आग्रह किया कि ऐसी योजना बना
एं जिससे
सिवनीमालवा
की
सारी
जमीन सिंचित हो जाए। विधायक
ने
कहा
कि
हथनापुर
आंवलीघाट सिंचाई योजना की भी बहुत आवश्यकता है। उन्होने कहा कि कई नहरों का सीमेंटीकरण नहीं होने के कारण पानी अनावश्यक रूप से बहता है। उन्होने मांग की कि जहां सीपेज की स्थिति है वहां पर नहर का
सीमेंटीकरण किया जा
ए। उन्होने तीखड़ से धुरगाड़ा तक सड़क निर्माण किए जाने की मांग की।
इन्होंने भी रखे विचार

भाजपा जिलाध्यक्ष प्रीति शुक्ला ने जनता से आह्वान किया कि सभी व्यक्ति नहर, कुंओं, बावडी एवं नालों पर श्रमदान करें। जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता राजाराम मीना ने जल संसाधन विभाग के द्वारा किए जा रहे कार्यो का ब्योरा दिया। विधायक वर्मा एवं एसडीएम टी प्रतीक राव ने मंत्री सिलावट को स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम में जनपद पंचायत केसला के अध्यक्ष गंगा राम कलमें, जनपद पंचायत सिवनीमालवा
के
अध्यक्ष
रेणुका मंडलोई,
रीतेश जैन,
जयकिशोर
चौधरी,
योगेन्द्र
सिंह राजपूत, शंभूसिंह भाटी,
धमेन्द्र
राठौर
सहित
अन्य जनप्रतिनिधि, जल संसाधन विभाग के अधिकारी
, कर्मचारी तथा बडी संख्या में ग्रामीण
उपस्थित रहे।