इटारसी। शहरी सीमा से सटे ढाबो पर स्वादिष्ट खाने के साथ ही लुक छिपकर नशे का कारोबार जमकर संचालित किया जा रहा है। अधिकांश ढाबों में अवैध शराब का कारोबार ढाबा संचालक कर रहे हैं। इन ढाबों के संचालक कोई सामान्य लोग नहीं बल्कि ऐसे लोग हैं जो कहीं ना कहीं राजनीतिक लोगों के इर्द गिर्द घूमते अक्सर नजर आ जाते है। प्रशासन की अचानक छापामार कार्रवाई में शहर के उन आधा दर्जन ढाबों की पोल खुली है जो खाने से ज्यादा अवैध शराब सप्लाई के लिए जाम के शौकीनों की पसंदीदा जगह बने हुए थे। इस ढाबों से बड़ी मात्रा में शराब जब्त हुई है।इटारसी SDM टी प्रतीक राव के नेतृत्व में देर रात अनुभाग स्थित ढाबो में अवैध शराब बिक्री के खिलाफ आकस्मिक चेकिंग की कार्यवाही की गई। कार्यवाही पुलिस ,राजस्व तथा वन विभाग के द्वारा संयुक्त रूप से की गई। मुहिम के तहत 3 विभिन्न दलों के द्वारा इटारसी अनुभाग के अलग- अलग क्षेत्र में संचालित ढाबो पर आकस्मिक जांच की गई तो अवैध शराब के कारोबार का खुलासा हुआ। इस कार्यवाही में 6 ढाबो से 235 देशी विदेशी शराब की बोतलें जप्त की गई। इस मामले में पुलिस विभाग के द्वारा कार्यवाही की जा रही है। कार्यवाही में डोलरिया रोड पर एक संचालित ढाबे से वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की अनुसूची 2 के अंतर्गत 6 संरक्षित वन्य जीव पाए गए जिन्हें वन विभाग को सौंपा गया। इस ढाबे पर वन विभाग के द्वारा कार्यवाही की गई। कार्यवाही में अतिरिक्त तहसीलदार केसला शंकर सिंह रघुवंशी, नायब तहसीलदार हीरू कुमरे के साथ 2 राजस्व निरीक्षक इटारसी , 15 पटवारी ,वन विभाग तथा पुलिस विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे। इस मामले में sdm टी प्रतीक राव ने कहा कि ढाबों पर आकस्मिक जांच में अवैध शराब के कारोबार का खुलासा हुआ है। छह ढाबों से देशी विदेशी शराब की बोतलें जब्त की गई हैं। सभी ढाबों पर नियमानुसार कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
इन ढाबों पर हुई अवैध शराब बरामद
खुशी ढाबा पथरौटा, संचालक-मिथलेश बौरासी
ब्रदर्स ढाबा मेहरागांव-संचालक आकाश पिता महादेव राव
मुस्कान ढाबा खेड़ा–संचालक जितेंद्र यादव
देशी चौका ढाबा- संचालक अर्पित बड़कुर
श्रीयादव ढाबा– रेसलपुर ब्यावरा के बीच– संचालक कुलदीप यादव