इटारसी। पिछले एक सप्ताह से पब्लिक डोमेन में चर्चा और विरोध का विषय बन रहा दुकानों की किराया वृद्धि से संबंधित प्रस्ताव क्रमांक 20 अब नगरपालिका के सम्मेलन में नहीं आएगा। व्यापारिक संगठनों की मांग और व्यापारियों से चर्चा के बाद विधायक डॉ सीतासरन शर्मा और नपाध्यक्ष पंकज चौरे ने इस प्रस्ताव को स्थगित करने पर सहमति दे दी। विश्रामगृह में शहर के सभी ट्रेड के दुकानदारों / व्यापारियों के सबसे बड़े संगठन, संयुक्त व्यापार महासंगठन के साथ हुई एक घंटे की बैठक में अंततः क्षेत्रीय विधायक डा. सीतासरन शर्मा व न.पा. अध्यक्ष पंकज चौरे ने महा संगठन की मांग पर अपनी सहमति जताते हुए नपा स्वामित्व की दुकानों की किराया वृद्धि के प्रस्ताव क्रमांक 20 को अभी स्थगित रखने का विश्वास दिलाया। 15 दिन बाद महासंगठन के साथ बैठक कर परस्पर सहमति से कोई निर्णय लेने के बाद ही उसे परिषद की आगामी बैठक में रखने का वादा किया। वहीं महा संगठन की मांग पर दुकानों की रजिस्ट्री प्रक्रिया को भी स्थगित करने का भरोसा दिलाया। बैठक में महा संगठन के करीब 200 सदस्य कक्ष के अंदर व बाहर उपस्थित थे। महासंगठन के ज्ञापन रूपी मांग पत्र का वाचन संरक्षक चन्द्रकांत अग्रवाल ने किया। फिर उसे विधायक व नपा अध्यक्ष को अध्यक्ष मुकेश जैन, संयोजक धर्मदास मिहानी, सचिव हरीश अग्रवाल, कोषाध्यक्ष विक्रांत बड़कुर, संरक्षक कैलाश शर्मा ने दिया, जिस पर करीब 600 दुकानदारों के हस्ताक्षर थे। सफाई शुल्क जो 15 रुपए प्रति दिन प्रस्तावित है उसे 5 रुपए प्रति दुकान करने पर सहमति बनी। कृषि उपज मंडी में किसानों को 2 लाख रुपए से कम राशि का भुगतान नगद न होने पर विधायक डा शर्मा ने कहा कि इसके समाधान हेतु महासंगठन के तत्वावधान में मंडी व्यापारियों से अलग से एक बैठक करेंगे। बाजार क्षेत्र में पार्किंग समस्या के समाधान पर दोनों नेताओं ने जल्द ही एक बड़ी पार्किंग बनाकर चालू करने का भरोसा दिलाया, जिस हेतु प्रदेश शासन को प्रस्ताव भेजने की जानकारी भी दी और जल्द इस पर काम शुरू करने का भरोसा दिया।
हाथ ठेले वालों को शहर में रहना है तो सड़कों से, बाजार क्षेत्र से हटाने ही होंगे अपने ठेले, विधायक डा० शर्मा ने महासँगठन को भरोसा दिलाया कि वे हर हाल में सड़कों पर से, बाजार क्षेत्र में हाथ ठेले वाले दुकानदारों को नपा द्वारा तय स्थान पर भेजने के लिए दृढ़ संकल्पित है। वहीं उन्होंने सेल की बड़ी बड़ी दुकानों से इटारसी के दुकानदारों को हो रही हानि की महासंगठन की चिंता पर कहा कि मैंने पुलिस प्रशासन, जी एस टी,सी० बी०आई०, आई० बी ० आदि के उच्च स्तर पर इनकी शिकायतें की हैं। अब हम सबको मिलकर इनके खिलाफ खड़ा होना पड़ेगा। जिन लोगों ने उन सेल वालों को अपनी दुकानें / स्थान किराए पर दिए है उनको भी नगर के व्यापारिक हित में, जनहित में इनको हटा देना चाहिए। क्योंकि इनका बेक ग्राउंड क्या है, कोई नहीं जानता, इनके पास न तो जीएसटी नं है, न ही कोई प्रामाणिक पहचान पत्र है। ये कहां से आए हैं पता नहीं, अतः उनका शहर में रहकर इस तरह व्यापार करना खतरनाक हो सकता है। विधायक ने महासंगठन से कहा कि वह भी दुकानदारों का अतिक्रमण स्वेच्छा से हटवाए ताकि व्यापार बढ़ सके, ग्राहकों के लिए आने जाने की, उनकी टू व्हीलर खड़ी करने की जगह बन सके, आने जाने में उनको सुविधा हो। जिला पत्रकार संघ अध्यक्ष प्रमोद पगारे ने भी इस अवसर पर अपनी बात रखी और महा संगठन की मांगों का खुलकर समर्थन किया। अंत में विधायक व नपा अध्यक्ष का आभार प्रदर्शन महासंगठन के संरक्षक चन्द्रकान्त अग्रवाल ने व्यक्त किया। तो वहीं महासंगठन के संयोजक धर्मदरास मिहानी ने सभी साथी व्यापारियों का उनकी एकजुटता के लिए आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महासंगठन के सदस्य उपस्थित थे। इधर नपा की राजस्व सभापति अमृता मनीष ठाकुर ने कहा कि व्यापारियों की मांग पर नपाध्यक्ष पंकज चौरे और विधायक डॉ सीतासरन शर्मा ने प्रस्ताव स्थगित करने का जो निर्णय लिया है वह व्यापारी हित में है। इसके लिए हमने भी पत्र लिखकर मांग की थी कि व्यापारियों की मांग पर ध्यान दिया जाना चाहिए। इस विषय में।यह निर्णय लेने पर हम अपने जनप्रतिनिधियों का आभार व्यक्त करते हैं।
