ग्वालटोली में हुई चाकूबाजी की घटना में घायल पिता की टूटी सांसों की डोर, शव रखकर परिजनों ने किया सड़क पर प्रदर्शन…

नर्मदापुरम। करीब सप्ताह भर पहले ग्वालटोली में एक घर से संचालित पान मसाले की दुकान पर दो युवकों ने उधारी में सामान लिया था। दुकान संचालक हर्षित राठौर ने जब पैसे मांगे तो दोनों युवकों ने विवाद किया और फिर चाकू से उस पर हमला कर दिया था। बेटे को बचाने आए पिता संजय राठौर पर युवकों ने चाकू से हमले किए थे। दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया था। बाद में उन्हें भोपाल में उपचार के लिए भर्ती किया गया था। चाकूबाजी में घायल पिता ने दम तोड़ दिया है। पिता की मौत के बाद नाराज परिजनों और मोहल्लेवासियों ने उनका सड़क पर शव रखकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।

यह है पूरा मामला

4-5 जुलाई की दरमियानी रात 2 बजे आरोपी सूरज-बाथरे व उसके साथी आनंद उर्फ नंदू ने उधारी के रुपए मांगने की बात पर पिता-पुत्र पर चाकू से हमला किया था। फरियादी हर्षित राठौर निवासी ग्वालटोली है। जिसकी घर में पान-मसाले की दुकान है। रात में फरियादी रात में भी बीड़ी-सिगरेट, पान खरीदने ग्राहकों को उपलब्ध कराता था। आरोपी सूरज बाथरे और आनंद उर्फ नंदू कभी-कभी उसकी दुकान पर रात को सामान खरीदने जाते थे। दुकान पर उनकी उधारी होती थी। फरियादी ने पहले की उधारी के रुपए मांगा। जो आरोपी सूरज, आनंद को बुरा लगा। गुस्से में आरोपियों ने झगड़ा शुरू किया। आरोपियों ने अपने पास रखा चाकू निकाल हर्षित की कमर वाले हिस्से में मार दिया। झगड़े में बचाव करने फरियादी के पिता संजय आएं तो उनके सिर में चाकू लग गया। घटना के बाद दोनों आरोपी भाग गए थे। पिता-पुत्र लहुलहान हालत में पड़े रहे। जिन्हें पुलिस ने अस्पताल पहुंचाया। बाद में दोनों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। संजय राठौर के सिर में चाकू लगने से उनकी हालत नाजुक थी। तीन दिन पहले ही उन्हें एम्स भोपाल में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी उपचार के दौरान मौत हो गई। इधर घटना में कोतवाली थाने में हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया था। पुलिस के डर से आरोपी छुप रहे थे। 7 जुलाई को दोनों ने थाने पहुंचकर आत्मसमर्पण किया। कोतवाली टीआई सौरभ पांडे ने बताया दोनों आरोपियों ने आत्मसमर्पण किया है जो जेल भेजे जा चुके है।