फिल्म इंडस्ट्री में गॉड फादर केवल डायरेक्टर के दरवाजे तक छोड़ेगा, उसके बाद आपका काम ही आपकी जगह बनाता है…


इटारसी। फिल्म इंडस्ट्री में गॉड फादर को होना बहुत जरुरी है मगर यह भी उतना ही सच है कि कोई भी गॉड फादर आपको केवल फिल्म इंडस्ट्री में प्रोड्यूसर-डायरेक्टर के दरवाजे तक ही छोड़ेगा। इंडस्ट्री में आपकी जगह आपका काम ही तय करेगा। इस मामले में मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि कोई गॉड फादर नहीं होने के बावजूद मैंने इंडस्ट्री में काम हासिल करने में सफलता पाई है। अभी जितने भी किरदार किए हैं उनसे मुझे बहुत पहचान मिली है।यह कहना है फिल्म इंडस्ट्री में अपनी अभिनय कला का जादू बिखेर रहे शहर के लाल राहुल चेलानी का, वे स्त्री-2 फिल्म में भी परदे पर दिख रहे हैं जिसमें उन्होंने करीब 4 मिनट का अभिनय किया है। उन्होंने इस फिल्म सहित इंडस्ट्री से जुड़े अन्य विषयों पर पत्रकारों से खुलकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि उनकी एक फिल्म है जो किसी से कारण से अभी रुकी है, इस फिल्म में वे विकास दुबे की बॉयोपिक पर काम कर रहे हैं जिसमें वे सेकंड लीड रोल में दिखेंगे। हमें अपने काम पर पूरा भरोसा है कि आज नहीं तो कल हम लीड रोल में भी काम करते नजर आएंगे। ओटीटी प्लेटफॉर्म पर चर्चा में उन्होंने कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्म अभिनय के क्षेत्र में नए आने वाले कलाकारों के लिए बहुत बड़ा प्लेटफार्म है इस पर उन्हें अपनी अभिनय क्षमता दिखाने का मौका तो मिलता ही है वहीं उन्हें एक पहचान भी मिलती है। कोरोना काल में ओटीटी प्लेटफॉर्म का बहुत तेजी से दर्शक बढ़ा था मगर अब इसमें थोड़ी सी कमी दिख रही है। अब दर्शक फिर से सिनेमा घरों की तरफ लौट रहे हैं। अभिनेता राहुल चेलानी ने बताया कि वर्ष 2006 में लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल जी ने एक ऑडीशन कराया था उसमें उन्होंने हिस्सा लिया था। वहां से मिली सफलता ने उनके लिए परदे पर दिखने का रास्ता खोला था। इस अवसर पर सिंधी समाज के वरिष्ठ सदस्य धर्मदास मिहानी, अनिल मिहानी भी मौजूद थे।