शहर के जर्जर मकान अब चंद घंटों के मेहमान, कल के बाद मिट जायेगा नामो- निशान….

इटारसी। इटारसी शहर में पिछले कई दशकों से जर्जर मकानों के नाम पर सेफ जोन में खेलने का खेल होता आया है। बरसात में जर्जर मकान गिरकर जनहानि का कारण ना बन जाए और उसकी आंच नगरपालिका परिषद पर ना आए इसके लिए पिछले कई सालों से जर्जर मकान के मालिकों के नाम से नोटिस जारी करने का खेल होता चला आ रहा है। यह पहला मौका है जब किसी एसडीएम के कार्यकाल में जर्जर मकानों को तोड़ने का काम प्राथमिकता से होने जा रहा है। नगरपालिका द्वारा चिन्हित जर्जर मकान अब शहर में चंद घंटों के ही मेहमान रह गए हैं इसके बाद वे मलबे में बदल जायेंगे।                                                         जी हां आपने सही पढ़ा, मंगलवार को शहर के कुछ जर्जर भवनों को तोड़ा जाएगा। एसडीएम टी प्रतीक राव के निर्देश पर इसके लिए एक टीम का गठन किया गया है, जो मंगलवार सुबह 10 बजे से जर्जर भवनों को तोडऩे निकलेगी। इस दौरान एसडीएम टी प्रतीक राव, तहसीलदार के अलावा नगर पालिका का अमला भी साथ रहेगा। एसडीएम टी प्रतीक राव ने नगर पालिका की सहायक यंत्री मीनाक्षी चौधरी को निर्देश दिये हैं कि जो भवन चिह्नित किये हैं, उनको तोड़ा जाए। तय हुआ है कि मंगलवार को गरीबी लाइन, देशबंधुपुरा, सूरजगंज, बंगलिया, पुरानी इटारसी के चिह्नित भवनों पर जेसीबी का पंजा चलेगा। एसडीएम ने मामले में नगर पालिका अधिकारियों को कहा है कि किसी प्रकार की ढील नहीं दी जाए और जर्जर भवनों को तोड़ा जाए। मंगलवार को सुबह 10 बजे स्वयं एई नगर पालिका मीनाक्षी चौधरी के नेतृत्व में उपयंत्री मुकेश जैन, आदित्य पांडेय, समयपाल केशव मालवीय मजदूरों के साथ और अतिक्रमण दस्ता प्रभारी रत्नेश पचौरी अपने दल के साथ उपस्थित रहेंगे। इस दौरान सुरेंद्र रावत को जेसीबी के साथ एवं विद्युत शाखा प्रभारी भी उपस्थित रहेंगे। जनसुनवाई के बाद एसडीएम टी प्रतीक राव, तहसीलदार सुनीता साहनी भी कार्रवाई के दौरान मौके पर पहुंचे सकते हैं।