नर्मदापुरम. जिले में विपणन संघ का ईपीओ लो स्पीड और तकनीकि गड़बडिय़ों की गिरफ्त में है। पोर्टल की लो स्पीड और तकनीकि गड़बड़ी ने करीब 15 हजार किसानों की टेंशन बढ़ा दी है। विपणन संघ (मार्कफेड) ने अभी तक 301 करोड़ रुपए की मूंग खरीदी कर ली है लेकिन अभी किसानों के हाथ कुछ नहीं आया है। किसान अपनी उपज का भुगतान मिलने का इंतजार कर रहे हैं। पोर्टल की समस्या ठीक भी होती है तो सबसे पहले महज 94 करोड़ रुपए के भुगतान की प्रक्रिया ही हो पाएगी। संघ के ईपीओ में तकनीकी समस्या होने के कारण भुगतान संबंधी कोई जानकारी विभाग के पास नहीं है।
करीब पंद्रह हजार किसान परेशान
जिला विपणन संघ यानी मार्कफेड ने अभी तक जिले में 14904 किसानों से 301 करोड़ कीमत की 33 हजार 200 मीट्रिक टन मूंग खरीदी है, लेकिन अभी तक कितने किसानों का भुगतान किया गया। इसकी कोई जानकारी विभाग के पास भी नहीं है। विभाग के मुताबिक अभी सिर्फ 94 करोड़ के भुगतान करने के लिए कार्रवाई की जा रही है। इसके पूरे होने पर यह राशि किसानों को दी जाएगी। विभाग के ईपीओ पोर्टल पर कितने किसानों के खातों में नंबर आदि की गड़बड़ी या अन्य समस्या है। इसकी कोई जानकारी नहीं है। इसलिए अभी तक भुगतान शून्य ही दिख रहा है। नर्मदापुरम सहित प्रदेश के अधिक्तर जिलों में पोर्टल पर भुगतान नहीं दिख रहा है।
मूंग के नए स्लॉट बुक होना बंद
पहले खरीदी की मात्रा कम होने के कारण हजारों किसानों की स्लॉट बुकिंग की तारीख निकल गई। इसमें सुधार हुआ तो पोर्टल की बुकिंग क्षमता समाप्त हो गई। मूंग बेचने के लिए अधिकांश केंद्रों पर नए स्लाट बुकिंग होना बंद हो गए। मूंग खरीदी करने के लिए कृषि विभाग ने पूर्व में जिले के किसानों के पंजीयन कर उन्हें खरीदी केंद्र पर उपज लेकर पहुंचने की तारीख दी थी। प्रत्येक किसान से मूंग खरीदी की क्षमता कम होने के कारण जिले के हजारों किसान अपनी उपज नहीं बेंच पाए थे। कृषि विभाग के मुताबिक गुरुवार शाम तक जिले में 14911 किसानों से 35214 मीट्रिक टन मूंग की खरीदी की गई है। अभी तक जिले के सभी पंजीयन केंद्रों पर 32200 किसानों के स्लॉट बुक हो चुके हैं।
इनका कहना है
पोर्टल की क्षमता समाप्त होने के कारण किसानों के नए स्लॉट बुक नहीं हो रहे हैं। जिन किसानों की मूंग बेचने की तारीख निकल गई थी। उनका नया स्लॉट बुक हो गया है।
जेआर हेडऊ, उप संचालक कृषि
जिले में 301 करोड़ कीमत की 33200 मीट्रिक टन मूंग की खरीदी की गई है इसमें अभी तक किसी भी किसान को भुगतान नहीं हुआ है। 94 करोड़ रुपए के भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। सबसे पहले इसी राशि का भुगतान होगा।
देवेंद्र यादव, प्रबंधक जिला विपणन संघ