नर्मदापुरम। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा निजी स्कूलों से पिछले सत्रों में ली गई फीस की जानकारी सहित अन्य जानकारियां पोर्टल पर अपलोड करा रहा है। इस प्रक्रिया में निजी स्कूलों द्वारा वसूली गई फीस की जानकारी के आधार पर स्कूलों पर फीस वापसी कराने की कार्रवाई जिला प्रशासन के माध्यम से हो रही है। शासन प्रशासन की इस कार्रवाई के विरोध में जिले में निजी स्कूल संचालकों ने 15 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा की है। इधर नर्मदापुरम पहुंचे स्कूल शिक्षा मंत्री राव उदयप्रताप सिंह ने मीडिया के माध्यम से निजी स्कूल संचालकों को भी दो टूक चेतावनी देते हुए हड़ताल को गलत कदम बताया है। प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री राव उदयप्रताप पीएम कालेज ऑफ एक्सीलेंस के कार्यक्रम में नर्मदापुरम पहुचे थे जहां निजी स्कूल संचालकों की प्रस्तावित हड़ताल की घोषणा की स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा है कि देश की व्यवस्था का सबसे जिम्मेदार व्यक्ति स्कूल संचालक होता है उन पर देश के नौनिहालों का भविष्य बनाने की जिम्मेदारी है। यदि स्कूल संचालक हड़ताल पर जाने का गैर जिम्मेदार निर्णय करते हैं तो इसके परिणाम भी ठीक नही होंगे। निजी स्कूल संचालक हड़ताल करते हैं तो परिणाम ठीक नही होगा बल्कि उन्हें कोई समस्या है तो वे मिलकर चर्चा कर सकते है। कुल मिलाकर स्कूली शिक्षा मंत्री हड़ताल के विरोध में नजर आए। आपको बता दें कि नर्मदापुरम जिले सहित प्रदेश के कई जिलों में निजी स्कूल संचालक फीस रेग्युलेटिंग एक्ट के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर सोमवार से जाने की तैयारी में हैं, जिसमे सभी निजी स्कूलों को बंद रखा जायेगा। स्कूली शिक्षा मंत्री के इस बड़े बयान के बाद अब निजी स्कूल संचालकों में टेंशन बढ़ गई है।
