विवाह का फर्जी सर्टिफिकेट मामला बना टेंशन, सीएमओ ने एफआईआर दर्ज आरोपी को गिरफ्तार करने सिटी थाने को लिखा पत्र..

इटारसी। नगरपालिका परिषद इटारसी (Itarsi nagarpalika)की सीएमओ रितु मेहरा (CMO ritu mehra) ने उनके नाम व पदनाम की सील का दुरुपयोग करते हुए विवाह का फर्जी प्रमाण(fake marriage certificate) पत्र बनाने वालों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने के लिए सिटी पुलिस(city police thana) को आवेदन दिया है। पिछले दिनों आधार सेवा केंद्र पर सीएमओ के हस्ताक्षर और मुद्रा वाला एक फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट पकड़ाया था। आधार सेवा केंद्र संचालक द्वारा नगरपालिका कार्यालय में इसकी सूचना दी गई थी जिसके बाद नपा सीएमओ ने यह कदम उठाया है। उन्‍होंने पत्र में बताया कि नगरपालिका द्वारा जारी एक अन्‍य विवाह प्रमाण पत्र का उपयोग करते हुए दूसरा प्रमाण पत्र बनवाया गया है। जिसकी जांच होनी चाहिए। उन्‍होंने पत्र के माध्‍यम से कहा कि इस जालसाजी में जो भी गिरोह या व्‍यक्ति शामिल हैं, उन पर एफआईआर दर्ज की जाए।

यह लिखा है टीआई को पत्र
सीएमओ रितु मेहरा ने अपने पत्र में आधार केंद्र संचालक चेतन पटैल के पत्र दिनांक 10.07.24 को लिखे पत्र का उल्‍लेख करते हुए लिखा है कि 09.07.2024 को आधार सेवा केंद्र पर आवेदक कृष्णा बावरिया पुत्र राधेलाल बावरिया निवासी वार्ड नं 08 सुदामा नगर मोबाईल नं 7987195637 के द्वारा अपनी धर्मपत्नि रिया बाबरिया के आधारकार्ड में पति का नाम दर्ज करने के लिये विवाह प्रमाणपत्र ( पंजीकरण क्रमांक : RS/343/2307/449/2024 बुक नं 3332 दिनांक 08.05.2024 प्रस्तुत किया है परंतु दस्तावेज वेरीफाय करते समय उक्त विवाह प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया है जो कि मुख्य नगरपालिका अधिकारी की पदमुद्रा से जारी हुआ है। उक्त विवाह प्रमाणपत्र की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए।

समीम के नाम से बना है सही सर्टिफिकेट

उक्त संबंध में इस निकाय द्वारा लोकसेवा पोर्टल द्वारा जारी विवाह प्रमाणपत्रों की जांच करने पर पाया कि बुक नं 3332 पर समीम अहमद पुत्र बशीर अहमद खान के नाम से विवाह प्रमाणपत्र जारी होना दर्ज है न कि कृष्णा बाबरिया पुत्र राधेलाल बाबरिया। साथ ही पंजीकरण कमांक RS/343/2307/449/2024 का जो क्रम है वह भी सही नहीं है। आवेदक कृष्णा बावरिया पुत्र राधेलाल बावरिया निवासी वार्ड नं 08 सुदामा नगर के द्वारा प्रस्तुत विवाह प्रमाणपत्र गलत / शासकीय दस्तावेज से छेड़छाड़/ कूटरचना कर निर्मित किया गया है। अतः उक्त संबंध में संबंधित के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कर प्रकरण में नियमानुसार कार्यवाही करने का कष्ट करें।

इनका कहना है
मामला गंभीर होने के कारण इसकी जांच के लिए पुलिस को सीएमओ द्वारा पत्र भेजा गया है। हमारा मानना है कि इसमें जांच होनी चाहिए और जिन भी लोगों और गिरोह ने यह कार्य किया है, उन पर एफआईआर दर्ज हो। जिससे इस तरह का फर्जीवाड़ा करने के पहले लोग 10 बार सोचें।
पंकज चौरे, अध्‍यक्ष, नगरपालिका परिषद इटारसी