फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट के बाद अब फर्जी मैरिज सर्टिफिकेट आया सामने, आधार केंद्र संचालक ने की नपा कार्यालय में शिकायत…

इटारसी। शहर में अभी तक फर्जी जन्म प्रमाणपत्रों के कई मामले सामने आ चुके हैं। प्रशासन ने इन पर क्या जांच की और जांच में किन लोगों की भूमिका इस फर्जीवाड़े में रही है, इसका खुलासा अब तक नहीं हो पाया है और अब शहर के वार्ड 8 निवासी एक युवक का फर्जी विवाह सर्टिफिकेट आधार सेवा केंद्र पकड़ में आया है। केंद्र संचालक ने इसकी शिकायत मुख्य नगरपालिका अधिकारी को की है।

शहर में अब तक आधार केन्द्र में बच्चों के फर्जी जन्म प्रमाण पत्र की खबरें ही आ रही थीं। इन फर्जी जन्म प्रमाणपत्रों को बनाने वालों का अब तक पता नहीं चल पाया है। प्रशासन ने उन खबरों पर संज्ञान लेकर कोई विशेष कदम नहीं उठाये हैं। इन मामलों के बीच मुख्य नगर पालिका अधिकारी के हस्ताक्षर और सील से फर्जी विवाह प्रमाण पत्र जारी होने का एक और मामला सामने आया है।आधार केन्द्र के संचालक चेतन पटेल ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी  ऋतु मेहरा को लिखे पत्र में फर्जी विवाह प्रमाण पत्र की जानकारी देकर जांच के लिए लिखा है। उन्होंने बताया कि 9 जुलाई 2024 को आधार सेवा केन्द्र पर आवेदक कृष्णा बावरिया पुत्र राधेलाल बावरिया निवासी वार्ड 8 सुदामा नगर ने अपनी पत्नी  रिया बावरिया के आधार कार्ड में पति का नाम दर्ज कराने के लिए विवाह प्रमाण पत्र (पंजीकरण क्र. : आरएस/343/2307/449/2024 बुक नंबर 3332 दिनांक 08-05-2024) प्रस्तुत किया। परंतु दस्तावेज वैरीफाई करते समय उक्त विवाह प्रमाण पत्र फर्जी पाया जो कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी की पदमुद्रा से जारी हुआ है। गांधी वाचनालय इटारसी में संचालित आधार केंद्र के संचालक चेतन पटेल ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी  ऋतु मेहरा को लिखे पत्र में उक्त विवाह प्रमाण पत्र की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि ऐसे और भी प्रमाण पत्र जारी हुए हों, इटारसी नगर पालिका में पूर्व में भी जाली मृत्यु प्रमाण पत्र जारी होने का एक मामला वर्षों पूर्व सामने आ चुका है, ऐसे में इन मामलों की कड़ाई से जांच होना जरूरी हो गया है। इस मामले में सीएमओ रितु मेहरा ने कहा कि यह धोखाधड़ी का मामला है, इस पर कानूनी कार्रवाई होना चाहिए। हमने एसडीएम को पत्र लिखा है। मेरे ही हस्ताक्षर हैं और वह ओरिजनल प्रमाण पत्र शमीम के नाम से जारी हुआ है, उसमें एडिटिंग करके यह फर्जी प्रमाण पत्र बनाया है। हम अपने स्तर पर भी जांच करा रहे हैं, कानूनी कार्रवाई भी कराने पत्र लिखा है।