नाला सफाई के पत्र को लेकर भाजपा पार्षद और ठेकेदार के बीच पड़ी रार, पार्षद ने कर दी नाला सफाई पूरी नहीं होने तक भुगतान रोकने की मांग…

इटारसी। शहर के एक ठेकेदार के सहयोगी और भाजपा पार्षद के बीच नाला सफाई को लेकर हुई तीखी बातचीत के मामले में तूल पकड़ लिया है। भाजपा पार्षद ने ठेकेदार द्वारा नाला सफाई कार्य में लापरवाही करने और अधूरे काम के बावजूद सफाई कार्य होने का पत्र मांगने की शिकायत सीएमओ को लिखित में पत्र देकर की। शिकायत में कहा गया है कि जब तक सफाई का काम पूरा नहीं हो जाता है तब तक ठेकेदार का भुगतान नहीं किया जाए। वार्ड 8 की पार्षद ज्योति बाबरिया ने शिकायत में लिखा कि  ठेकेदार द्वारा नाला सफाई कार्य अधूरा किया गया है और उनके सहयोगी सफाई का प्रमाण मांग रहे हैं, जब ठेकेदार से सफाई पूर्ण करने को कहा गया तो उनका  कहना है अब सफाई नहीं होगी, पत्र देना हो तो दो, नहीं देना हो तो नही दो। सीएमओ रितु मेहरा ने शिकायत पर नपा इंजीनियर मयंक अरोरा को तत्काल मौके पर जाकर निरीक्षण कर सफाई कराने के निर्देश दिए। सीएमओ ने कहा कि वार्ड 8 के अलावा जिन भी वार्डो में नाला सफाई का कार्य अधूरा है उसे भी पूर्ण कराए। इस पर इंजीनियर मयंक अरोरा ने कहा कि दो दिन बाद जेसीबी और पॉकलेन आ रही है उसके बाद सफाई करा दी जाएगी।
सीएमओ बोली,  डंफर का रेट अधिक था इसलिए कैंसिल किया
पार्षद ज्योति बाबरिया ने कहा कि वर्षा पूर्व शहर के नाले सफाई के लिए नगरपालिका द्वारा 20 लाख का टेंडर किया गया है। जो सीएम कंस्ट्रक्शन फर्म को मिला है। टेंडर अनुसार शहर के प्रत्येक वार्डों में नालों की सफाई की जानी है। लेकिन ठेकेदार द्वारा इसमें लापरवाही बरती जा रही है। जहां आसानी से सफाई की जा सकती है वहां ही ठेकेदार सफाई कर रहा है। साथ ही जिन स्थानों पर सफाई हुई है उसका मलबा उसी स्थान पर फेंका जा रहा हैं जो बारिश में नाले में ही वापस आ जायेगा। जबकि टेंडर में डंफर से मलबे की ढुलाई भी शामिल है। इस पर सीएमओ ने कहा डंफर के रेट अधिक होने के कारण कैंसिल कर दिया है इस वजह से मटेरियल नहीं उठ पाया है। फिर भी किराए की ट्राली लेकर नाले से निकले मटेरियल को उठवा देंगे।

नाले की सफाई अधूरी, मलबा नही उठा
पार्षद ज्योति बाबरिया के मुताबिक वार्ड क्रमांक 8 उत्तर बंगलिया में ठेकेदार द्वारा नाले की सफाई अधूरी की गई है। मलबा ऊपर ही पड़ा हैं जो बारिश में वापस नाले में ही आ जाएगा। ठेकेदार के सहयोगी द्वारा पार्षदों से नाला साफ होने का पत्र मांगा जा रहा है। जब इस बात का जिक्र ठेकेदार से किया गया और उन्हें बताया गया कि नाला अधूरा साफ हुआ है जिसे पूर्ण करा दीजिए तो उनका कहना है अब नाला साफ नहीं होगा जो होना था हो गया। पत्र देना हो तो दो नहीं देना हो तो नहीं दो।
बंगलिया में हर वर्ष आती है बाढ़
पार्षद बाबरिया ने कहा कि बंगलिया में हर वर्ष बाढ़ की स्थिति निर्मित होती है नाले की सफाई पूर्ण नहीं हुई तो क्षेत्र की जनता को परेशान होना पड़ेगा। लगभग यही हालात शहर के अन्य सभी नालों के भी हैं जहां न तो गंभीरता से सफाई की गई है न ही वहां का मलवा साफ हुआ है। इसके प्रत्यक्ष प्रमाण हम जनप्रतिनिधियों के पास मौजूद हैं। अतः नाले की सफाई कराई जाए और उससे निकले मलवे को उठवाया जाए। तथा जब तक नाला पूर्णतः साफ न हो जाए तब तक ठेकेदार का भुगतान नहीं किया जाए।

इनका कहना है

हमने अधूरे नाला सफाई कार्य की शिकायत की है। ठेकेदार के सहयोगी आधे अधूरे काम के बदले पत्र मांग रहे हैं। हमसे भी मांगा था हमने सफाई के लिए कहा तो तपाक से जवाब दिया कि पत्र देना है तो दो, नहीं देना है तो मत दो। ठेकेदारों को जनप्रतिनिधियों के सम्मान का ध्यान रखना चाहिए कि किससे कैसी बात करना चाहिए। वे सबकों एक जैसा समझकर कुछ भी बोल देते हैं।

ज्योति बाबरिया, पार्षद वार्ड 8

हमने पार्षद जी से केवल इतना कहा था कि आपके वार्ड में जितनी देर मशीन चली उतने घंटे का पत्र बना दें मगर उन्होंने मना कर दिया था। किसी से कोई अभद्रता नहीं की गई है। वार्ड 8 में पोकलेन मशीन से सफाई की मांग हो रही है वहां पोकलेन मशीन चलने की जगह भी नहीं और हमारी स्थिति दूसरी बार किराए से लाने की भी नहीं है। हमने जेसीबी से सफाई कराने की बात भी उनको कही थी। उन्होंने क्या सोचकर शिकायत की है इस विषय में हम कुछ नहीं कह सकते हैं लेकिन इतना जरूर है कि छोटी सी बात इतना बड़ा कर दिया गया है।

शिवम् पटेल, कॉन्ट्रैक्टर