इटारसी। इटारसी शहर में एक के बाद लगातार फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनने के मामले सामने आ रहे हैं और प्रशासन को इसकी भनक तक नहीं है। अब जब इन मामलों की संख्या बढ़ने लगी है तो प्रशासन की नींद खुली है और प्रशासन इस मामले की जांच कराने जा रहा है। इन सब कवायदों के बीच एक बड़ा सवाल ये है कि आखिर शहर में कौन इस फर्जीवाड़े को अंजाम देकर भोलेभाले लोगों को ठग रहा है और इस तरह के काम कर किसी बड़ी घटना के होने की राह प्रशस्त कर रहा है।
आधार केंद्रों पर आ रहा सच सामने
लोगों के पास ये जन्मप्रमाण पत्र आ कहां से रहे हैं ये अभी कुछ कहना मुश्किल है मगर ये प्रमाण पत्र जब आधार केंद्र पर पहुंच रहे हैं तो जन्म प्रमाण पत्र आधार से लिंक करते समय इनके फर्जी होने का सच सामने आ रहा है। जब आधार केंद्र पर जन्म प्रमाण पत्र पर छपे बार कोड को स्कैन किया जाता है तो यह जन्म प्रमाण पत्र नकली साबित हो जाता हैं। इटारसी में अब तक आधा दर्जन से अधिक मामले सामने आ चुके हैं मगर ताज्जुब की बात ये है कि जिम्मेदार अफसरों ने इस पर संज्ञान लेना जरूरी नही समझा। शहर में एक चर्चा यह भी है कि फर्जी जन्म प्रमाणपत्र तैयार करने वाले गिरोह भोपाल से लेकर इटारसी तक जड़ जमाकर बैठे हैं। लोगों से 1 हजार से डेढ़ हजार रुपए लेकर यह जन्म प्रमाण पत्र ऑनलाइन और अन्य जगहों से बनवाये जा रहे हैं। इसकी शिकायत आधार केंद्र प्रभारी चेतन पटेल ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सरकारी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. आरके चौधरी से भी की है। पटेल ने कहा कि ये बड़ी चिंता की बात है बड़े पैमाने पर शहर में जाली जन्मप्रमाण पत्र बन रहे हैं। इसके सोर्स का पता लगाकर सख्त कार्रवाई करना चाहिए। इस मामले में डॉ. आरके चौधरी ने कहा कि फर्जी प्रमाण पत्र की शिकायत लगातार मिल रही है। हमने इस विषय की गंभीरता को देखते हुए इटारसी थाने में शिकायत की है।
मजबूरी का उठाया जा रहा फायदा
शासकीय दफ्तरों में कई बार इस प्रमाणपत्र की आवश्यकता होती है मगर वहां पर लगवाए जाने चक्करों से परेशान होकर लोग ऐसे लोगों के चंगुल में फस जाते हैं। शातिर लोग उन्हें कंप्यूटर और प्रिंटर की मदद से फर्जी जन्म प्रमाण पत्र जारी कर देते हैं और बदले में उनसे मुंह मांगी राशि नोच लेते है।
नपा का पोर्टल हो रहा अपडेट
इटारसी नगर पालिका में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र का काम पिछले कई दिनों से बंद है। नपा में इसका पोर्टल अपडेट होने की वजह से एक हफ्ते से जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बन रहे हैं। नगर पालिका सीएमओ रितु मेहरा ने कहा कि हमारे कार्यालय में जन्म मृत्यु पोर्टल अपडेट हो रहा है। इसलिए अभी सर्टिफिकेट बनने का काम नही हो रहा है। नपा कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। जैसे ही पोर्टल अपडेट होगा तो दोनों प्रमाण पत्र बनाने का कार्य शुरू होगा।
इनका कहना है
आधार केन्द्र के प्रभारी चेतन पटेल ने बताया कि सभी प्रमाण पत्र की हम पूरी जांच करने के बाद ही आधार कार्ड से लिंक करते हैं। जरा सी भी गलत जानकारी पर 10 हजार रुपए की पेनाल्टी लगती है।
चेतन पटेल, प्रभारी आधार केंद्र इटारसी
फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र की शिकायत मिली है। जिसकी जांच कराई जा रही है। जांच के बाद ही इस मामले की सही जानकारी मिल सकेगी। अभी तक आधार के केंद्र पर रोजाना एक से दो ऐसे प्रमाण पहुंच रहें। इटारसी में अब तक कितनी बड़ी संख्या में ऐसे फर्जी जन्म प्रमाण-पत्र बन चुके हैं और उनका कहां-कहां उपयोग हो चुका है? इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
टी प्रतीक राव, एसडीएम इटारसी