नर्मदापुरम के सर्वाइट स्कूल को 56 लाख और शांति निकेतन स्कूल को अभिभावकों को लौटाना होगी 1 लाख 37 की फीस..

नर्मदापुरम। जिले में प्राइवेट स्कूलों (private schools) से स्कूल शिक्षा विभाग ने फीस (fees)संबंधी जानकारी पोर्टल पर अपलोड कराई थी। निजी स्कूलों द्वारा अपलोड की गई जानकारी के बावजूद स्कूलों पर कार्रवाई करने में डीईओ कार्यालय सॉफ्ट कॉर्नर दिखा रहा था मगर जब विद्यार्थी परिषद(ABVP) ने डीईओ कार्यालय के सामने नारेबाजी की और डीईओ को ही कटघरे में खड़ा कर दिया तो उसके रिजल्ट सामने आ गए। डीईओ कार्यालय ने शहर के दो स्कूलों सर्वाइट स्कूल (servite convent school)और शांति निकेतन स्कूल(Shanti Niketan school) को नोटिस जारी कर फीस वापस करने के निर्देश दिए गए हैं। इन नोटिसों का जारी होना इस बात का प्रमाण है कि निजी स्कूलों ने बच्चों की शिक्षा के नाम पर जमकर लूट मचा रखी है।

इतनी राशि करना होगी वापस

निजी स्कूलों द्वारा मनमाने तरीके से फीस वृद्धि को लेकर शुक्रवार को प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। जिला शिक्षा अधिकारी एसबीएस बिसेन ने दो स्कूलों को 56 लाख रुपए से ज्यादा फीस अभिभावकों को लौटाने के निर्देश दिए हैं। शहर के नामी स्कूल सर्वाइट स्कूल को 54 लाख 74 हजार और शांति निकेतन स्कूल को 1 लाख 37 हजार से ज्यादा रुपए एक महीने में लौटाने का नोटिस जारी किया गया है। विभाग ने 23 स्कूलों को नोटिस जारी किए थे। जिनमे इन दो स्कूलों ने ही अपना जवाब पेश किया था। डीईओ एसबीएस बिसेन ने कहा कि जिला शिक्षा विभाग के अधिकारी प्राइवेट स्कूलों द्वारा फीस वृद्धि को लेकर एक महीने से जानकारी जुटा रहे हैं। डीपीआई पोर्टल पर जिन स्कूलों ने 10 फीसदी से ज्यादा फीस बढ़ाई है, ऐसे 23 स्कूलों को एक सप्ताह पहले नोटिस दिए गए थे। इनमें से सर्वाइट स्कूल और शांति निकेतन स्कूल की ओर से जवाब पेश किया।

और भी निजी स्कूलों की खुलेगी मनमानी

गुरुवार को प्रभारी कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ एसएस रावत की मौजूदगी में टीम की बैठक हुई। बैठक में स्कूलों से फीस वापस कराने का निर्णय लिया गया। शुक्रवार शाम को इसके आदेश जारी किए गए। आदेश में कहा गया है कि शांति निकेतन स्कूल द्वारा कक्षा 1 से 5 तक 240 रुपए प्रति छात्र की दर से 1 लाख 37 हजार 720 रुपए और सर्वाइट स्कूल को सत्र 2023-24 में नियम विरुद्ध बढ़ाई गई 54 लाख 74 हजार 140 रुपए लौटाने होंगे।

इन स्कूलों ने बढ़ाई फीस

जिला शिक्षा विभाग के अफसरों का कहना है कि अब तक की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि स्कूलों में 10 फीसदी से लेकर 200 प्रतिशत तक फीस बढ़ाई है। हालांकि बाद में स्कूलों ने गलती से 10 या 20 की जगह गलती से एक जीरो लगाने की बात कही। अधिकांश स्कूलों के तरफ से यही बातें कही गई है कि पोर्टल पर गलती से जानकारी दर्ज करा दी गई है। इनमें अन्नया ज्योति हायर सेकंडरी स्कूल रसूलिया ने चौथी की 216%, 11वीं की 192.95%, फर्स्ट क्लास की 149% और 12वीं की 105.61% तक फीस बढ़ाई है। आईसीसी स्कूल मिसरोद ने पहली से 8वीं तक की फीस 100 फीसदी से ज्यादा बढ़ाई। जिन्होंने फीस बढ़ाने का कारण परिवहन व्यवस्था प्रारंभ करने का लिखा। टैगोर पब्लिक हायर सेकंडरी स्कूल सिवनी मालवा ने 5वीं की फीस 194 फीसदी बढ़ाई, जिसने त्रुटिवश लिखने का कारण बताया।