होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र की आठों विस सीटों पर कांग्रेस को मिली करारी हार, भाजपा के दर्शन सिंह चौधरी बने नए सांसद….

राहुल शरण, नर्मदापुरम। होशंगाबाद-नरसिंहपुर संसदीय क्षेत्र से इस बार जनता ने किसान नेता कहलाने वाले भाजपा के प्रत्याशी रहे दर्शन सिंह चौधरी को अपना आशीर्वाद दिया है। उन्होंने कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाने वाले संजय शर्मा को 4 लाख 31 हजार 696 वोटों से करारी शिकस्त दी। भाजपा के दर्शन सिंह चौधरी को 8 लाख 12 हजार 147 वोट मिले वहीं कांग्रेस के संजय शर्मा को & लाख 80 हजार 451 मत मिले। भाजपा की इस जीत ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र भाजपा का गढ़ बन चुका है। इस सीट पर कांग्रेस के संजय शर्मा आठों विधानसभाओं में चारों खाने चित हो गए।
आठों विस हारे कांग्रेस प्रत्याशी
होशंगाबाद-नरसिंहपुर संसदीय क्षेत्र में आठ विस सीटें हैं। इन सभी सीटों पर भाजपा को मतदाताओं का बंपर समर्थन मिला। आठों विस क्षेत्र में कांगे्रस प्रत्याशी संजय शर्मा के हिस्से हार आई यानी वे अपनी गृह विस में भी जीत नहीं सके। भाजपा के दर्शन सिंह चौधरी को सबसे बड़ी जीत पिपरिया विस में 73017 मतों के अंतर के रूप में मिली। भाजपा ने कांग्रेस को नरसिंहपुर विस में 46639, तेंदूखेड़ा विस में 13394, गाडरवाड़ा विस में 51500, सिवनीमालवा विस में 58094, नर्मदापुरम विस में 62635, सोहागपुर विस में 58912 और उदयपुरा विस में 66470 मतों से हराया।
संसदीय सीट पर पिछले तीन चुनाव की तस्वीर
साल-भाजपा-कांग्रेस-जीत का अंतर
वर्ष 2019-उदयप्रताप सिंह-शैलेंद्र दीवान-5,53,682
वर्ष 2014-उदयप्रताप सिंह -देवेंद्र पटेल-3,89,960
वर्ष 2009-उदयप्रताप सिंह-रामपाल सिंह-19245
6 लाख से ज़्यादा लोगों ने नहीं डाले थे वोट
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत करीब 74 फीसदी था। वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में मतदान का आंकड़ा वर्ष 2019 के आंकड़े का पार नहीं कर पाया था। पूरे संसदीय क्षेत्र में करीब 6 लाख 9 हजार 392 मतदाताओं ने वोट नहीं डाला था। यह भी अपने आप में रोचक है क्योंकि दोनों के बीच हार-जीत का अंतर 4 लाख 31 हजार 696 वोटों का है।
मिसमैनेजमेंट का शिकार हुई कांग्रेस
लोस चुनाव में संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस की हार के पीछे कई फैक्टर हैं जिनमें सबसे बड़ा फैक्टर होशंगाबाद जिले में कांग्रेस की गुटबाजी रहा। कांग्रेस के चुनाव का पूरा काम नगर कांग्रेस कमेटी के पास था। कई वरिष्ठ कांग्रेसियों की जमकर अनदेखी की गई। इन वरिष्ठ कांग्रेसियों कहना था कि अब बच्चा कांग्रेस चुनाव प्रबंधन के गुर हमें सिखा रही है, इसके अलावा जिला कांग्रेस कमेटी भी चुनाव मैदान में कोई सक्रिय नजर नहीं आई। जिला कांग्रेस के नेता और पदाधिकारी बस दिखने के लिए ही चुनावी कैंपेन में नजर आए। कुल मिलाकर मिस मैनेजमेंट का शिकार कांग्रेस प्रत्याशी को होना पड़ा।
कहां कितना हुआ था मतदान
होशंगाबाद संसदीय में 6&.44 प्रतिशत मतदान हुआ था। जिसमें नरसिंहपुर विस में 6&.14 प्रतिशत, तेंदूखेड़ा विस में 66.62 प्रतिशत, गाडरवारा में 6&.97 प्रतिशत, सिवनीमालवा में 66.&7 प्रतिशत, होशंगाबाद विस में 57.54 प्रतिशत, सोहागपुर में 64.69 प्रतिशत, पिपरिया में 68.70 प्रतिशत एवं उदयपुरा में 57.41 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।

संसदीय क्षेत्र में 18.55 लाख से ज़्यादा थे मतदाता
संसदीय निर्वाचन क्षेत्र 17 होशंगाबाद में कुल आठ विधानसभा क्षेत्रों में 18,55,692 मतदाता रिकार्ड में थे। इसमें विधानसभा क्षेत्र नरसिंहपुर में कुल 2,&4,001 मतदाता, तेंदूखेड़ा विस में कुल 1,90,472 मतदाता, गाडरवारा विस में कुल 2,15,402 मतदाता, सिवनी मालवा में कुल 246841 मतदाता, होशंगाबाद विस में 22&878 मतदाता, सोहागपुर में कुल 244545 मतदाता, पिपरिया में कुल 2&486& मतदाता.तथा उदयपुर विस में कुल 265690 मतदाता दर्ज थे मगर सभी मतदान में कमी रही।
15 हजार सुरक्षाकर्मियों की नजर में थे केंद्र
जिले में लोकसभा निर्वाचन में लगभग 15000 कर्मचारी एवं सुरक्षाकर्मियों ने मतदान कराया था। नर्मदापुरम जिले के चारों विधानसभा में निर्धारित कुल 1187 मतदान केंद्रों पर 1&06 मतदान दल नियोजित किए गए थे। 218 केंद्रों पर केवल महिला मतदानकर्मी मौजूद रहीं थीं। 119 मतदान दल रिजर्व रखे गए थे। जिले में 207 क्रिटिकल मतदान केंद्र बनाए गए थे। 607 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग से निगरानी रखी गई थी।
इनका कहना है
मतदाताओं का भरपूर आशीर्वाद मिला है। कार्यकर्ताओं की मेहनत से भाजपा ने पूरे 8 विस क्षेत्रों में बढ़त बनाई है। भाजपा की जीत से कार्यकर्ता बहुत उत्साहित हैं।
माधवदास अग्रवाल, जिलाध्यक्ष भाजपा
यह चुनाव कांग्रेस ने पूरी एकजुटता के साथ लड़ा था। बावजूद उसके हमें मतदाताओं का आशीर्वाद नहीं मिला। कांग्रेस संगठन इस पर मंथन करेगा। जनता का आदेश कांग्रेस पूरे मन से स्वीकार करती है।

शिवाकांत पांडे, जिलाध्यक्ष कांग्रेस