परिजनों की आंखों के सूख गए आंसू, मजदूर की मौत के जिम्मेदार पकड़ से बाहर…

नर्मदापुरम। नर्मदापुरम में सीवेज पाइप लाइन बिछाने के दौरान हुई दुर्घटना में एक मजदूर अकील अली निवासी जिला भोपाल की मौत हुई थी। इस मामले में जिला प्रशासन ने जांच कराई थी। श्रमिक की मृत्यु की जांच रिपोर्ट आयुक्त नगरीय प्रशासन भोपाल को भेजी गई थीा। इस जांच रिपोर्ट में सीवेज पाइप लाइन का काम करा रही कंपनी की लापरवाही उजागर हुई है। कंपनी द्वारा मापदंडों का पालन किए बिना ही खुदाई कार्य कराने का हवाला इस जांच रिपोर्ट में वरिष्ठ कार्यालय भेजा गया है। जांच के लिये कलेक्टर ने सिटी मजिस्ट्रेट को जांच रिपोर्ट देने के निर्देश दिये थे। जांच रिपोर्ट में साफ तौर पर दोषी पाए गए गुजरात की कंपनी के कर्मचारियों और मप्र अर्बन डेवलपमेंट कंपनी के अधिकारियों पर अब तक कार्रवाई नहीं हुई है। मजदूर की मौत के ये जिम्मेदार खुलेआम घूम रहे हैं और मजदूर के परिवार के आंसू कार्रवाई के इंतजार में ही सूख गए हैं। इस मामले को लेकर अब जिला प्रशासन में भी कहीं कोई हलचल नजर नहीं आ रही है जिससे लगता है कि मजदूर की मौत की जांच रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डालने की तैयारी है।
इन जिम्मेदारों ने तैयार की थी जांच रिपोर्ट। सिटी मजिस्ट्रेट नर्मदापुरम ने जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को प्रस्तुत किया था। कलेक्टर द्वारा जांच रिपोर्ट आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास भोपाल को भेजी गई है। उपखण्ड मजिस्ट्रेट नर्मदापुरम को जांच प्रतिवेदन देने के निर्देश दिये गए थे। जिसके बाद उपखण्ड मजिस्ट्रेट नर्मदापुरम द्वारा सहायक श्रमायुक्त नर्मदापुरम, तहसीलदार नगर नर्मदापुरम एवं कार्य एजेंसी मप्र अर्बन डेवलपमेंट कंपनी से पृथक-पृथक जांच रिपोर्ट लेकर जांच प्रतिवेदन तैयार किया गया था।
यह है जांच रिपोर्ट में तथ्य। जांच प्रतिवेदन में प्रतिवेदित किया गया है कि फरवरी माह की 28 तारीख को नंदबिहार कॉलोनी नगर में फर्म मेसर्स भुगन इन्फ्राकन प्रायवेट लिमिटेड अहमदाबाद गुजरात द्वारा सीवरेज पाइप लाइन का कार्य किया जा रहा था। पाइप लाइन हेतु खोदे गये 9 से 10 फिट गहरे गड्ढे में गीली मिट्टी के धंसकने से श्रमिक अकील अली फंस गया था जिसे साथी श्रमिकों द्वारा निकालने का प्रयास किया गया, किंतु उन्हें सफलता नहीं मिली। स्थानीय निवासियों ने स्टेट कमांड सेंटर पर सूचना दी थी। एसडीईआरएफ तथा होमगार्ड को सूचना मिलने पर रेस्क्यू का कार्य किया गया। शाम 7 बजे उसे बाहर निकाला गया। जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों द्वारा श्रमिक को मृत घोषित किया गया।
इनको माना लापरवाही का जिम्मेदार। उपखण्ड मजिस्ट्रेट नर्मदापुरम के जांच प्रतिवेदन में कहा गया है कि कार्य एजेंसी द्वारा घटनास्थल पर खुदाई का कार्य निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप नहीं किया गया। श्रमिकों की सुरक्षा हेतु उन्हें आवश्यक सुरक्षा संसाधन उपलब्ध नहीं थे। सुपरवाइजर द्वारा अकुशल श्रमिक अकील को बिना सुरक्षा उपकरण के ट्रेंच में उतारने में सुपरवाइजर की घोर लापरवाही परिलक्षित होती है। कार्य एजेंसी अथवा सुपरवाइजर द्वारा घटना की सूचना जिला प्रशासन को समय पर नहीं दी गई। कार्य एजेंसी एवं कंसलटेंट एजेंसी के विरूद्ध लगातार शिकायतें प्राप्त होने एवं जिला प्रशासन के निर्देश के बावजूद भी मध्यप्रदेश अर्बन डवलपमेंट कंपनी लिमिटेड परियोजना क्रियान्वयन इकाई नर्मदापुरम के परियोजना प्रबंधक एवं उप परियोजना प्रबंधक के द्वारा पर्याप्त निगरानी नहीं की गई है। जांच में प्राप्त तथ्यों में ठेकेदार, सुपरवाइजर, कंसल्टेंट एजेंसी की लापरवाही और मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों की लापरवाही और प्रभावी पर्यवेक्षण के अभाव में उक्त घटना कारित होना परिलक्षित हुआ है।
इनका कहना है
सीवर लाइन के गड्ढे में मजदूर की मौत के मामले में जांच रिपोर्ट शासन के वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी गई है। आगे की कार्रवाई शासनस्तर पर होना है। वहां से जो निर्देश आएंगे उनका पालन किया जाएगा।
सोनिया मीना, कलेक्टर नर्मदापुरम