इटारसी। इटारसी नगर की वरिष्ठ कवियत्री स्वर्णलता छेनिया को हिन्दी साहित्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए हिन्दी काशी हिंदू विश्वविद्यालय, विश्व हिंदी शोध-सम्वर्धन अकादमी तथा कविताम्बरा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सम्मान समारोह में सम्मानित किया गया। उन्हें महादेवी वर्मा सम्मान काशी हिंदू विश्वविद्यालय में प्रो. वशिष्ठ अनूप, विभागाध्यक्ष- हिंदी विभाग बीएचयू, बुद्धिनाथ मिश्र वरिष्ठ साहित्यकार देहरादून, केशव जालान, साहित्यकार सम्पादक, कविताम्बरा व हीरालाल मिश्र (मधुकर) निदेशक-विश्व हिंदी शोध सम्वर्धन अकादमी के द्वारा दिया गया। कवियत्री छेनिया द्वारा समय समय पर साहित्य में योगदान दिया गया है। उन्हें विभिन्न मंचों पर भी सम्मानित किया जा चुका है। उनकी कई भी किताबें प्रकाशित हुईं हैं। काशी विश्वविद्यालय में उनकी रचनाएँ “नयी सदी के स्वर” भाग-3 भी सम्मिलित हुई। इस किताब का विमोचन हिंदी विभाग के सभागार में हुआ। “नयी सदी के स्वर” के पहले 2 संस्करण को गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान मिला है। उनकी इस उपलब्धि पर नगर के सभी वरिष्ठ साहित्यकारों, बुद्धिजीवियों व शिक्षाविदों ने बधाई दी है।