चंद दिनों पहले ही किसानों ने बोई थी खेतों में मूंग, आसमान से बरसी आफत़ ने फेर दिया उम्मीदों पर पानी, अब किसानों को राहत राशि का इंतजार….

इटारसी। मौसम के अचानक करवट बदलने से किसानों को बड़ी चोट लगी है। शहर के पास स्थित ग्राम रूपापुर-चिल्लई के आसपास लगभग आधा घंटे आंधी तूफान के साथ चने के आकार के ओले गिरना किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें छोड़ गया। ओले गिरनें‌ से किसानों के खलिहान में रखा गेंहूं गीला हो गया । इसके साथ ही मूंग की बोवनी भी खराब हो गयी है । किसानों के अनुसार 4-5 दिन पहले से की गयी बोवनी नष्ट हुई है। खेतों में पानी भरा गया है, जिससे मूंग की बोवनी अब खराब हो जाएगी ।

शीघ्रता से सर्वे कराया जाए
भारतीय किसान‌ संघ ने मांग की है कि असमय बारिश,आंधी और ओले से किसानों की फसलों का नुकसान हुआ है, गेंहूं की फसलें खलिहान में खराब हुई है,अनेक किसानों के मकान क्षतिग्रस्त हुए है। मूंग की बोवनी भी खराब होगी, उत्पादन नहीं हो पाएगा। किसानों को राहत देने के लिए शीघ्रता से सर्वे कराकर राहत राशि प्रदान की जावे ।

इन गांवों में हुई ओलावृष्टि
क्षेत्र के रूपापुर, गजपुर, चिल्लई, खापा, बिछुआ, कोठा, बेलाबाड़ा, नांदनेर, छीपीखापा, सिलारी, गुर्रा, सोमलवाड़ा,पांडूखेड़ी,कैंप,एवं अन्य आधा दर्जन गांवो में ओले गिरनें से नुकसान हुआ है ।

इनका हुआ नुकसान

रूपापुर के संतोष सराठे, बाबूलाल यादव,और कन्नू यादव‌ के मकान पर पेड़ गिरनें से मकान क्षतिग्रस्त हुआ है। रूपापुर के किसान मुकेश‌ चौरे नें बताया कि 4 एकड़ में मूंग की बोनी की थी, ओले और आंधी से मूंग की पत्तियां‌ और तनें टूटनें‌ से उत्पादन नहीं हो पाएगा । किसान दिलीप चौरे ने बताया कि कुछ दिन पहले ही मूंग की बोनी की थी, खेत में पानी भर चुका है जिससे मूंग नहीं ऊग पाएगी ‌‌। गजपुर के आकाश मलैया ने बताया कि दोपहर में ओले गिरने से खेत में बहुत नुकसान हुआ है। हजारों रूपये खर्च करके बोनी की थी। अब शासन प्रशासन से ही उम्मीद है। बिछुआ के नीतेश दुबे नें बताया कि मूंग पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है लगभग 70 हजार रूपये खर्च करके मूंग की बोनी की थी ‌।