सीवेज पाइप लाइन के गढ्ढे में मजदूर की मौत के मामले में काम करने वाली एजेंसी की लापरवाही उजागर, भोपाल भेजी गई जांच रिपोर्ट….

नर्मदापुरम।  नर्मदापुरम में सीवेज पाइप लाइन बिछाने के दौरान हुई दुर्घटना में एक मजदूर की मौत हुई थी। इस मामले में जिला प्रशासन ने जांच कराई थी। श्रमिक की मृत्यु की जांच रिपोर्ट आयुक्त नगरीय प्रशासन भोपाल को भेज दी गई है। इस जांच रिपोर्ट में सीवेज पाइप लाइन का काम करा रही कंपनी की लापरवाही उजागर हुई है। कंपनी द्वारा मापदंडों का पालन किए बिना ही खुदाई कार्य कराने का हवाला इस जांच रिपोर्ट में वरिष्ठ कार्यालय भेजा गया है। उल्लेखनीय है कि नर्मदापुरम स्थित नंद बिहार कॉलोनी में मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी द्वारा सीवेज पाईप लाईन डालनें का कार्य किये जानें के दौरान श्रमिक अकील आत्मज लियाकत अली उम्र 48 वर्ष निवासी ग्राम अरवलिया भोपाल की मृत्यु हो गई थी। इस घटना की जांच के लिये कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट नें सिटी मजिस्ट्रेट को विस्तृत जांच कर रिपोर्ट देनें के निर्देश दिये थे। 

इन जिम्मेदारों ने तैयार की जांच रिपोर्ट।                           सिटी मजिस्ट्रेट नर्मदापुरम के द्वारा बिन्दुवार जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को प्रस्तुत किया गया है। जिस पर कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट सोनिया मीना द्वारा जांच रिपोर्ट आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास भोपाल को भेजी गई है। उपखण्ड मजिस्ट्रेट नर्मदापुरम को विस्तृत जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करनें के निर्देश दिये गए थे। जिसके अनुक्रम में उपखण्ड मजिस्ट्रेट नर्मदापुरम द्वारा सहायक श्रमायुक्त नर्मदापुरम, तहसीलदार नगर नर्मदापुरम एवं कार्य एजेंसी मप्र अर्बन डेवलपमेंट कंपनी से पृथक-पृथक जांच रिपोर्ट प्राप्त कर घटना के संबंध में बिन्दुवार जांच प्रतिवेदन तैयार कर प्रस्तुत किया गया है।

यह है जांच रिपोर्ट में तथ्य।                                        उपखण्ड मजिस्ट्रेट नर्मदापुरम द्वारा प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन में प्रतिवेदित किया गया है कि फरवरी माह की 28 तारीख को नंदबिहार कॉलोनी नगर नर्मदापुरम में फर्म मेसर्स भुगन इन्फ्राकन प्रायवेट लिमिटेड अहमदाबाद गुजरात के द्वारा सीवरेज पाईप लाईन बिछानें का कार्य किया जा रहा था। इस कार्य के दौरान पाईप लाईन बिछानें हेतु खोदे गये 9 से 10 फिट गहरे गड्ढे में गीली मिट्टी के धंसकनें से श्रमिक अकील आत्मज लियाकत अली फंस गया था जिसे साथी श्रमिकों के द्वारा निकालनें का प्रयास किया गया, किंतु उन्हें सफलता न मिलने पर स्थानीय निवासियों के द्वारा लगभग 4.45 बजे 1079 स्टेट कमांड सेंटर पर दूरभाष से घटना की सूचना दी गई। एसडीईआरएफ तथा होमगार्ड को शाम 4.50 बजे सूचना मिलनें पर उनके द्वारा लगभग 5.00 बजे मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू का कार्य किया गया एवं लगभग 2 घंटे की कार्यवाही के बाद रेसक्यू करवाकर शाम 7.00 बजे उसे बाहर निकाला गया एवं तुरन्त एंबूलेंस के माध्यम से जिला चिकित्सालय नर्मदापुरम पहुंचाया गया। जिला चिकित्सालय में चिकित्सकों के द्वारा श्रमिक को मृत घोषित किया गया।                             इनको माना लापरवाही का जिम्मेदार।                             उपखण्ड मजिस्ट्रेट नर्मदापुरम द्वारा प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन में दुर्घटना निम्नलिखित कारणों से होना स्पष्ट होता है कि कार्य एजेंसी के द्वारा घटनास्थल पर पाइप लाइन बिछानें हेतु खुदाई का कार्य निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप नहीं किया गया। घटना स्थल पर श्रमिकों की सुरक्षा हेतु उन्हें आवश्यक सुरक्षा संसाधन यथा सुरक्षा जैकेट, फर्स्ट एड किट आदि उपलब्ध नहीं कराई गई। सुपरवाईजर के द्वारा अकुशल श्रमिक अकील को बिना सुरक्षा उपकरण के ट्रेंच में उतरने देनें में सुपरवाईजर की घोर लापरवाही परिलक्षित होती है। मृतक श्रमिक के साथियों द्वारा घटना लगभग शाम 4.00 बजे की होना बताया है परंतु कार्य एजेंसी अथवा सुपरवाईजर द्वारा घटना की सूचना जिला प्रशासन को समय पर नहीं दी गई। कार्य एजेंसी एवं कंसलटेंट एजेंसी के विरूद्ध लगातार शिकायतें प्राप्त होनें एवं जिला प्रशासन के निर्देश के बावजूद भी मध्यप्रदेश अर्बन डवलपमेंट कंपनी लिमिटेड परियोजना क्रियान्वयन इकाई नर्मदापुरम के परियोजना प्रबंधक एवं उप परियोजना प्रबंधक के द्वारा पर्याप्त निगरानी नहीं की गई है। जांच में प्राप्त तथ्यों में ठेकेदार, सुपरवाइजर, कंसल्टेंट एजेंसी की लापरवाही और मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड के अधिकारियों की लापरवाही और प्रभावी पर्यवेक्षण के अभाव में उक्त घटना कारित होना परिलक्षित हुआ है।