नर्मदापुरम। जिले के बनखेड़ी के ग्राम चांदौन में 20 फरवरी की रात में स्कूल एवं पेट्रोल पंप संचालक की ताबड़तोड़ फायरिंग कर हत्या हुई थी। हत्याकांड को अंजाम किराए के शूटरों की मदद से दिया गया था। जिन लोगों ने हत्याकांड की साजिश रची उनके मन में गांव में सामाजिक बहिष्कार, एक्टोसिटी एक्ट केस दर्ज कराने में भूमिका निभाना व व्यावसायिक कार्यों में अड़चन डालने को लेकर चंदन पटवा को लेकर रंजिश बन गई थी इसी रंजिश के चलते पेट्रोल पंप और स्कूल संचालक को अपनी जान गंवानी पड़ी। इस पूरे हत्याकांड का मास्टरमाइंड स्कूल संचालक के गांव का रहने वाला है। उसने अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर स्कूल संचालक को खत्म करने की पूरी प्लानिंग की थी। आरोपी ने सिलवानी से शूटरों को घटना को अंजाम देने के लिए तैयार किया था। जिसके लिए उन्हें पिस्टल व नगद 20 हजार रुपए भी दिए थे। इस पूरी घटना में शामिल 8 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
हत्याकांड के आठवें दिन नर्मदापुरम एसपी डॉक्टर गुरकरन सिंह ने पुलिस कंट्रोल रुम में घटनाक्रम के कारणों खुलासा किया। एसपी सिंह ने बताया व्यावसायिक कार्यों में अड़चन डालने, एट्रोसिटी एक्ट केस में मृतक का हाथ होने व गांव से आरोपी परिवार को दूर करने जैसी वजह को लेकर आरोपी शेवेंद्र उर्फ पप्पू तिवारी ने चंदन पटवा की हत्या की योजना बनाई। सिलवानी के ग्राम बम्होरी में ढाबे पर आरोपी शेवेंद्र तिवारी, कार्तिक रघुवंशी, श्रीकान्त रघुवंशी, आकाश मिश्रा एवं राजेश दुबे द्वारा चंदन पटवा को जान से मारने के संबंध में योजना बनाई गई थी एवं सुपियार शिल्पी, कार्तिक व श्रीकान्त को 20,000 रुपए, पिस्टल शेवेंद्र ने उपलब्ध कराई थी।
आधे घंटे पहले की रैकी, फिर कर दी हत्या
20 फरवरी को आरोपियों ने वारदात से पहले प्लानिंग के तहत आरोपी कार्तिक रघुवंशी व श्रीकान्त रघुवंशी अपनी प्लेटिना बाइक से गांव से चांदौन के लिए निकले। रास्ते में ग्राम सांईखेड़ा के मोड़ पर आरोपी रामजी नारगड़िया को लेकर ग्राम चांदौन पहुंचे। आरोपी सुपियार शिल्पी निवासी कीरतपुर जिला रायसेन से भी स्कूटी से चांदौन पहुंचा था। शेवेन्द्र उर्फ पप्पू तिवारी ने श्रीकांत और सुपियार शिल्पी को बलेनो कार में बैठाया। घटना के पूर्व शाम लगभग 05.30 बजे आरोपी शेवेन्द्र तिवारी ने कार से चंदन पटवा के निर्माणाधीन पेट्रोल पंप से 200 मीटर दूर गाड़ी खड़ी कर घटना का अंतिम प्रारूप तैयार किया।
आरोपियों के पास थी दो पिस्टल
शाम 06 बजे के लगभग शेवेन्द्र तिवारी ने चंदन पटवा को जान से मारने के लिए आरोपी कार्तिक रघुवंशी को 1 पिस्टल, कारतूस दी और एक पिस्टल व कारतूस खुद के पास रखा। शेवेन्द्र तिवारी की कार आरोपी श्रीकान्त रघुवंशी चला रहा था। घटना को अंजाम देने के लिए चंदन पटवा के निर्माणाधीन पेट्रोल पंप पहुंचे। जहां पर चंदन पटवा को देखकर गाड़ी उसके पास ले जाकर खड़ी कर दी। फिर आरोपी कार्तिक ने चंदन पटवा पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। चंदन पटवा व आसपास लोग हड़बड़ाकर इधर-उधर भागने लगे। ड्रायवर सीट के पीछे बैठे शेवेन्द्र तिवारी ने गाड़ी से उतरकर चंटन पटवा के ऊपर फायर किए। जिससे चंदन पटवा घायल हो गया। इसके बाद ही आरोपी भागने लगे तो निर्माणाधीन पेट्रोल पंप पर उपस्थित कर्मचारियों ने गाड़ी पर पत्थर फेंके। जिससे आरोपी की कार का कांच फूट गया।
रास्ते में तोड़ा था चंदन ने दम
घायल होने के बाद चंदन पटवा का ड्राइवर अफसर खान व अन्य लोग उसे इलाज के लिए बनखेड़ी ले गए। वहां से नर्मदापुरम ले जाते समय रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। इधर आरोपी बनखेड़ी के रास्ते कपूरी रोड झिकोली होते हुए उदयपुरा के ग्राम वर्धा में राजेश उर्फ गुड्डू दुबे (शेवेंद्र का साडू भाई) के घर पहुंचे। शेवेंद्र ने अपने बेटे सत्यम तिवारी को वर्धा बुलाया और कार का कांच सुधरवाने भेज दिया। आरोपी सुपियार शिल्पी, श्रीकांत रघुवंशी, कार्तिक रघुवंशी को 20 हजार रुपए देकर कुछ दिन के लिए घर से बाहर फरारी काटने को कहा। पुलिस की 5 टीमों ने भोपाल, रायसेन, कटनी, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर जाकर आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपी चालक श्रीकांत रघुवंशी, कार्तिक रघुवंशी, शेवेन्द्र तिवारी उर्फ पप्पू महाराज, रामजी नरगडिया एवं सुपियार शिल्पी ने हत्या करना स्वीकार किया। आरोपी आकाश मिश्रा निवासी कीरतपुर, राजेश दुबे निवासी वर्धा एवं शेवेन्द्र तिवारी के बड़े पुत्र सत्यम तिवारी को अपराध में सहयोग व साक्ष्य छुपाने के आरोप में आरोपी बनाया गया।
हत्या के ये हैं 8 आरोपी
शेवेंद्र उर्फ पप्पू तिवारी निवासी चांदौन, कार्तिक रघुवंशी (21) निवासी सिमरिया सिलवानी, श्रीकांत रघुवंशी (23) निवासी चौका सिलवानी, रामजी नरगड़िया (20) निवासी सांईखेड़ा, सुपियार शिल्पी निवासी कीरतपुर, राजेश उर्फ गुड्डू दुबे (48) निवासी वर्धा, आकाश मिश्रा (27) निवासी कीरतपुर, सत्यम पिता शेवेंद्र तिवारी निवासी चांदौन।