नर्मदापुरम। सेठानी घाट पर तिलक भवन धर्मशाला के नीचे की एक दुकान का मामला मंगलवार को नगरपालिका सीएमओ नवनीत पांडे और पार्षद कंचन चौकसे के पति सेठी चौकसे के बीच विवाद का कारण बन गया। दरअसल पार्षद पति उस दुकान के आवंटन की फाइल पर सीएमओ से बेक डेट में हस्ताक्षर कराना चाह रहे थे और सीएमओ बिना फाइल पढ़े साइन नही करने पर अड़े थे। इसी बात को लेकर कार्यालय परिसर में दोनों में जमकर विवाद हुआ। नगरपालिका दफ्तर के बाहर सीएमओ और पार्षद में विवाद इतना बढ़ा कि पार्षद पति आक्रोशित होकर सीएमओ पांडे की तरफ झुमाझटकी की मंशा से दो बार आएं जिन्हें पार्षदों ने हाथ पकड़कर दूर कर दिया। पार्षद पति सेठी चौकसे ने सीएमओ को अपशब्द भी कहें। सीएमओ पांडे ने कोतवाली थाने पहुंचकर पार्षद पति सेठी चौकसे के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा, गाली-गलौच व जान से मारने की धमकी का केस दर्ज कराया। थाने पहुंचे पार्षद और नपाध्यक्ष। कोतवाली थाने में केस दर्ज होने की जानकारी मिलते ही पार्षद कंचन चौकसे, उनके पति जयकुमार सेठी चौकसे, नगरपालिका अध्यक्ष नीतू यादव, और अन्य पार्षद कोतवाली थाने पहुंचे। पहले सभी ने सीएमओ पांडे से बातचीत कर उन्हें मनाने का प्रयास किया लेकिन जब बात नहीं बनी तो, पूर्व पार्षद जयकुमार चौकसे ने भी सीएमओ के खिलाफ बदतमीजी का केस दर्ज कराया। सीएमओ पांडे ने आरोप लगाया कि रामजी बाबा मेले की बैठक के बाद पार्षद पति जयकुमार चौकसे ने एक गलत काम को मुझसे करने का दवाब बनाया। मेरे द्वारा जब ये बोला गया कि मैं दस्तावेज देखकर नियम से काम करूंगा तो पार्षद पति ने मुझसे बदतमीजी की। जब मैं मीडिया से बाइट दे रहा था तो उसे पार्षद ने रोका। पार्षद व उनके पति दोनों ने हमसे जमकर बहस की और अभद्रता की।
सेठानी घाट की दुकान खाली कराने का मुद्दा बना विवाद की जड़। विवाद की घटना के पीछे मूल कारण सेठानीघाट तिलक भवन धर्मशाला के नीचे की दुकान क्र 01 है। जिसे न्यायालय द्वारा मुन्नालाल गढ़वाल के वारसान राजेश गढ़वाल के नाम से दिए जाने आदेश पारित किए गए हैं। न्यायालय के आदेश परिपालन में संबंधित हिमांशु मिश्र (विनोद चौकसे) को दुकान कमांक 01 रिक्त करने के लिए कार्यालयीन पत्र क्रमांक 5439 दिनांक 10-10-2023 को नोटिस जारी किया गया है। उक्त दुकान की फाइल पर पुरानी तारीख में आवंटन पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिये पार्षद पति द्वारा कथित रूप से अनावश्यक दबाव डाला जा रहा था। उक्त फाइल पर पुरानी तारीख पर हस्ताक्षर न किए जाने को लेकर सीएमओ भी अड़े थे। संत शिरोमणी रामजी बाबा मेला 2024 को लेकर हुई पार्षदो की बैठक के बाद नगर पालिका परिसर में इस मामले को सीएमओ और पार्षद पति भिड़ गए थे।
महिला पार्षद ने सीएमओ से बाइट करने से रोका। बैठक में हुए निर्णय को लेकर सीएमओ पांडे मीडिया बाइट दे रहे थे, तभी वार्ड 28 नंबर की पार्षद कंचन सेठी आई और मीडिया को बाइट देने से रोका। सीएमओ पांडे से कहा कि आप पहले उनके (पति) से बात कर रहे या नहीं। सीएमओ ने बोले कि मैडम मैं गलत काम कैसे कर दूंगा। मैं जब कुछ देखूंगा नहीं तो कैसे गलत का कर दूंगा।
नपाध्यक्ष बोली, नही माने तो हम भी लेंगे एक्शन। नगरपालिका अध्यक्ष यादव ने भी कहा नगरपालिका के पार्षद व कर्मचारी, अधिकारी एक परिवार है। घर में चार बर्तन होते है तो बजते है। अगर कुछ हुआ था तो सीएमओ पांडे को पहले मुझे अवगत कराना था। मैं उस वक्त चैंबर में भी बैठी थी। अगर वे नहीं माने तो हम भी एक्शन लेंगे।