नर्मदापुरम। बैतूल जिले के घोड़ाडोंगरी में रिश्ते का कत्ल करने का मामला सामने आया। इस मामले के खुलासे के बाद जिसने हकीकत सुनी उसके भी होश उड़ गए। यह मामला उस युवक का है जिसकी लाश नर्मदा में मिली। इस युवक को यहां तक किसी और ने नहीं बल्कि खुद उसके पिता, बहन और उसके प्रेमी ने पहुंचाया था। मामले का खुलासा होने के बाद अब आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। आपको बता दें कि घोड़ाडोंगरी से 6 फरवरी की रात को अपहृत हुए एम्बुलेंस चालक युवक की लाश शुक्रवार को नर्मदापुरम में नर्मदा नदी में मिली। युवक के हाथ बंधे मिले। युवक का उसके पिता, बहन और बहन के बॉयफ्रेंड ने ही मारपीट कर कार से अपहरण किया था। उसे नर्मदा नदी के पुल से नीचे फेंक दिया था। तीन दिन पहले 6 फरवरी की रात करीब 12.30 बजे घोड़ाडोंगरी में सराफा बाजार से युवक दीपक बामने का अपहरण हुआ था। अपहरण का सारा घटनाक्रम सीसीटीवी फुटेज में कैद हुआ। जिसका वीडियो सामने आया। 7 फरवरी बुधवार शाम को घोड़ाडोंगरी पुलिस चौकी में युवक दीपक बामने के अपहरण का केस दर्ज किया गया था। पुलिस युवक की खोजबीन कर रही थी। शक के आधार पर पुलिस ने उसके पिता अनिल बामने व सौतेली बहन आरती बामने से पूछताछ की। पिता अनिल बामने, बहन आरती बामने ने मारपीट कर दीपक के हाथ-पैर, मुंह बांधकर नर्मदा नदी के पुल से फेंकने की बात कहीं। घोड़ाडोंगरी पुलिस आज शुक्रवार को उसके पिता, बहन व बॉयफ्रेंड को नर्मदापुरम लेकर आई। फिर टीआई प्रवीण चौहान के साथ गोंदरी घाट पहुंचे। पुलिस कंट्रोल रुम की सूचना पर देहात थाना पुलिस भी नर्मदा नदी में लाश की तलाश कर रही थी। रेत के टीले पर युवक की लाश मिली। लाश की तस्दीक घोड़ाडोंगरी पुलिस ने की। उक्त अज्ञात व्यक्ति की पहचान दीपक बामने के रूप में की गई। एसडीओपी पराग सैनी ने बताया गोंदरी घाट पर आज एक लाश मिली। घोड़ाडोंगरी के युवक दीपक बामने के रुप में उसकी पहचान हुई। युवक के अपहरण की एफआईआर घोड़ाडोंगरी में दर्ज है। पंचनामे के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल ले जाया गया। मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी गई है। दीपक बामने घोड़ाडोंगरी में अपनी दादी के घर रहता था और घोड़ाडोंगरी अस्पताल में निजी वाहन पर ड्राइवरी करता था। दीपक के दादा एमपीईबी में पदस्थ रहे है जिन्होंने अपना वारिस दीपक को बनाया। दीपक के नाम ही नाना की सम्पत्ति है। जिसकी वजह से विवाद भी चल रहा था।