नर्मदापुरम। जिले के पिपरिया स्थित समृद्धि वेयरहाउस खापरखेड़ा में अमानक धान खरीदी के खेल का पर्दाफाश हुआ है। इसमें केंद्र प्रभारी और समिति प्रबंधक मास्टरमाइंड के तौर पर सामने आए है जिन्होंने नियमों और धान खरीदी के मानकों को ताक पर रखकर खुद की जेबें गर्म करने अमानक धान की खरीदी कर डाली। मामले का खुलासा होने के बाद प्रशासन ने लगभग 2 हजार 300 क्विंटल धान अमानक पाए जाने पर जब्त की है।
निरीक्षण में हुआ खुलासा। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर सोनिया मीना द्वारा धान उपार्जन प्रक्रिया के निरीक्षण के लिए सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व एवं उपार्जन संबंधी अधिकारियों को उपार्जन केंद्रो की निरंतर निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए थे। गुरुवार को खंड स्तरीय उपार्जन समिति पिपरिया द्वारा समृद्धि वेयरहाउस खापरखेड़ा का निरीक्षण किया गया। जिसमें मौके पर वेयरहाउस में लगभग 2200 से 2300 क्विंटल धान अव्यवस्थित पड़ी हुई पाई गई। जिसकी समिति द्वारा जांच की गई। जांच समिति को मौके पर उपस्थित समिति प्रबंधक महेंद्र पटेल द्वारा बताया गया कि यह धान का ढेर 6 किसानों का है, जिनके स्लॉट बुकिंग के दस्तावेज समिति प्रबंधक द्वारा प्रस्तुत किए गए। जबकि उक्त किसान मौके पर उपस्थित नहीं पाए गए। साथ ही धान का सैंपल परीक्षण भी किया गया। एसडीएम पिपरिया के निर्देशन में खंड स्तरीय समिति द्वारा अमानक पाए जाने पर धान को जप्त कर अंतिम उपार्जन तिथि तक रखी जाने और उपार्जन उपरांत संबंधित किसानों को वापिस करने निर्णय लिया गया।
जांच समिति ने बताई मिलीभगत। जाँच समिति की जिला प्रशासन को जो रिपोर्ट प्रस्तुत की उस रिपोर्ट के अनुसार समृद्धि वेयरहाउस खापरखेड़ा खरीदी केंद्र के केन्द्र प्रभारी व समिति प्रबंधक द्वारा जानबूझकर धान का ढेर लगाया गया है। उपार्जन केन्द्र पर धान का एक ढेर पाया जाना और जॉच के समय किसानों का मौके पर उपस्थित न होना , उपार्जन केन्द्र प्रभारी ईस्माईल बेग एवं समिति प्रबंधक महेन्द्र पटैल की संलिप्तता का प्रमाण है। बिना उनकी सहमति से ये कृत्य होना संभव नहीं है।
दोनों को जारी हुए नोटिस, कार्रवाई भी होगी। समृद्धि वेयरहाउस खापरखेड़ा खरीदी केंद्र में धान खरीदी में हुए इस खेल में शामिल केंद्र प्रभारी और समिति प्रबंधक अब रडार पर आ गए हैं। कलेक्टर नर्मदापुरम सोनिया मीना ने उक्त प्रकरण में केंद्र प्रभारी एवं समिति प्रबंधक की संलिप्तता पाए जाने पर उनके विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्देश उपायुक्त सहकारिता को दिए हैं। समिति प्रबंधक एवं केंद्र प्रभारी को कारण बताओं नोटिस भी जारी किया गया है। नोटिस का संतोषजनक जवाब नहीं आने पर दोनो पर कड़ी कार्रवाई होने के आसार हैं।