नर्मदापुरम। नर्मदापुरम जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मड़ई में महिलाएं मिट्टी से आर्थिक स्वावलंबन की राह तलाश रही है जिंदगी में बदलाव लाने की उम्मीद में इन महिलाओं के हाथ मिट्टी कला के प्रशिक्षण को बहुत बारीकी और गंभीरता के साथ सीख रहे हैं। इस प्रशिक्षण में इन महिलाओं को इस रास्ते से आर्थिक तौर पर अपने परिवार को मजबूत करने की मास्टर चाबी नजर आ गई है इसलिए महिलाएं भी बड़ी रुचि के साथ इससे जुड़ गई हैं। 15 महिलाओं को मिल रहा प्रशिक्षण। मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड के द्वारा संचालित महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन स्थल परियोजना के अंतर्गत जिला प्रशासन, जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के सहयोग से इंडियन ग्रामीण सर्विसेज द्वारा मढई पर्यटन स्थल पर 15 महिलाओं को निशुल्क मिट्टी कला का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण कार्यक्रम के विषय में जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के परियोजना पर्यटन प्रबंधक मनोज सिंह ठाकुर ने कहा कि ये प्रोजेक्ट महिलाओं की जिंदगी में बड़ा बदलाव ला सकता है। इंडियन ग्रामीण सर्विसेज की अर्चना दास ने बताया कि महिलाओं को हस्तकला का प्रशिक्षण देकर स्वरोजगारी बनाने प्रयास किया जा रहा है। पचमढ़ी में बांस हस्तशिल्प तवा में बैग बनाने का प्रशिक्षण भी दिया गया था जिसके माध्यम से महिलाओ को हस्तशिल्प बनाकर बेचने के साथ-साथ अपनी कला प्रदर्शन का एक मौका मिल रहा है। इसी उद्देश्य के साथ अब महिलाओं को मिट्टी कला का प्रशिक्षण दिया जा रहा है इसके माध्यम से वे मिट्टी के विभिन्न प्रकार के सामान बनाकर मढई पर्यटन स्थल पर बाहर से आये पर्यटकों को बेच पाएंगी एवं पर्यटकों को एक श्रुति स्मारक चिन्ह लेकर जाने का मौका भी मिलेगा। छेड़का एवं ढाबा पर्यटक ग्राम में आने वाले पर्यटकों को मिट्टी बर्तन बनाने का अनुभव भी दिया जाएगा जिसके माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को रोजगार भी मिल पाएगा। मिट्टी कला का प्रशिक्षण प्रशिक्षक हेमंत प्रजापति द्वारा एक महीना तक दिया जाएगा।