इटारसी। जैन समाज का भव्य पंचकल्याणक महोत्सव इटारसी के कार्यक्रमों की श्रृंखला में प्रथम दिन सोमवार प्रातः 7:00 बजे श्री पारसनाथ दिगंबर जैन मंदिर से घट यात्रा प्रारंभ हुई। महिला वर्ग केसरिया वस्त्र में अपने सिर पर कलश लेकर चल रही थी तो वहीं पुरुष वर्ग सफेद वस्त्र में भक्तिभाव के साथ कंधे पर भगवान जी की पालकी को लेकर चल रहा था। शोभायात्रा में मुनि श्री निर्णय सागर एवं छूल्लक श्री सुधीर सागर चल रहे थे। जैन समाज के युवा बच्चों द्वारा संचालित दिव्य घोष की मधुर ध्वनि पर लोग भक्तिभाव के साथ थिरक रहे थे। शोभायात्रा की प्रमुखता यह रही कि जहां वास्तविक श्याम कलर के गजराज पर पंचकल्याणक के प्रमुख पात्र सो धर्म इंद्र एवं राजा नाभिराय भगवान के पिता विराजमान थे तो वही श्वेत हाथी पर महापात्रा कुबेर एवं महायज्ञानायक विराजमान थे। शोभा यात्रा शहर के प्रमुख मार्गो से होती हुई पंचकल्याणक स्थल एल के जी महावीर विद्यालय प्रांगण में पहुंची, जहां श्री जी को विराजमान किया गया एवं सभी सामाजिक माता एवं बहनों ने प्रमुख पात्रों के साथ पूर्ण भक्तिभाव के साथ यज्ञ मंडल विधान, विश्व शांति के लिए संपन्न किया। प्रथम दिन की महा आरती का सौभाग्य रचना प्रशांत जैन वर्धमान कॉलेज परिवार को प्राप्त हुआ। महाआरती पुनर्जक परिवार गजराज पर बैठकर महारथी कार्यस्थल पर पहुंचे और बहुत ही धूमधाम के साथ प्रभु की आरती संपन्न हुई । रात में भगवान के माता-पिता राजा नाभी राय एवं रानी मरु देवी का दरबार लगा। जिसमें लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस पंचकल्याणक में बनने वाले नवीन मंदिर श्री महावीर जिनालय के मूल नायक की मूर्ति विराजमान करने का सौभाग्य सुभाष एवम प्रभा जैन परिवार को प्राप्त हुआ। वही विधि नायक भगवान आदिनाथ की मूर्ति विराजमान करने का सौभाग्य राहुल मांगीलाल जैन वर्धमान मेडिकल वालों को प्राप्त हुआ एवं शांतिनाथ भगवान की मूर्ति विराजमान करने का सौभाग्य राजकुमार जैन सूरजगंज वालों को प्राप्त हुआ। इसके साथ ही श्री आदिनाथ जिला में विराजमान होने वाली भगवान मल्लिनाथ की मूर्ति विराजमान करने का सौभाग्य सुषमा नरेंद्र कुमार सिंघई को प्राप्त हुआ। पाषाण से भगवान बनने की इस प्रक्रिया को जबलपुर से पधारे बाल ब्रह्मचारी प्रदीप पीयूष भैया एवं भोपाल से पधारे बाल ब्रह्मचारी भैया सुमित के द्वारा संपन्न किया जा रहा है। कार्यक्रमों की संख्या में मंगलवार इटारसी शहर में बनने वाले विशाल मान स्तंभ की शुद्धि वर्धमान कॉलेज परिसर में होगी एवं श्री आदिनाथ जिनालय की विशाल भव्य वेदी की शुद्धि का कार्यक्रम कावेरी स्टेट जैन मंदिर में होगा। कार्यक्रम प्रातः 10:00 बजे शोभायात्रा के रूप में प्रारंभ होगा।