कांग्रेस का दामन थामने पूर्व विधायक पंडित गिरिजाशंकर शर्मा का कारवां भोपाल निकला, रवाना होने से पहले सांसद को खरी भाषा में चेताया….

राहुल शरण नर्मदापुरम। भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने के आखिरकार पूर्व विधायक पंडित गिरजाशंकर शर्मा के कदम कांग्रेस की सदस्यता लेने बढ़ ही गए। रविवार 10 सितंबर को कांग्रेस पार्टी से अपने नए राजनीतिक सफर की शुरुआत करने भोपाल रवाना होने से पहले पंडित शर्मा ने मां नर्मदा की पूजा अर्चना की। इसके बाद सैकड़ों समर्थकों के साथ वे कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय भोपाल पहुंचने रवाना हुए। उनके साथ कुछ भाजपा के पदाधिकारी, वर्तमान पार्षद, पूर्व पार्षद, जिला पंचायत, जनपद पंचायत सदस्यों के कांग्रेस की सदस्यता लेने का भी अनुमान है। भोपाल रवाना होने से पहले उन्होंने सांसद राव उदयप्रताप सिंह की टिप्पणी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने खरे खरे शब्दों में सांसद को चेता दिया। सांसद ने एक दिन पहले कहा था कि उन्हें भाजपा ने निष्कासित किया था वे bjp में कब ज्वाइन हो गए थे। इस पर पूर्व विधायक ने कहा कि सांसद bjp में हैं तो थोड़ा पार्टी की जानकारी भी रखा लें, उन्हें मुख्यमंत्री और तत्कालीन प्रदेश प्रभारी विनय सहस्रबुद्धे ने ज्वाइन कराया था। उन्होने कहा कि कांग्रेस का साथ देने के लिए वह ज्वाइन कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार अभी तक 100 से 150 गाड़ियों का काफिला भोपाल जा चुका है करीब 300 गाड़ियां भोपाल पहुंचने का अनुमान है।  शर्मा के कांग्रेस की सदस्यता लेने के साथ ही जिले की राजनीति में भी बदलाव देखने को मिलेगा। गिरिजा शंकर शर्मा के कांग्रेस में जाने से होशंगाबाद संभाग और जिले की चार विधानसभा क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन होने से इंकार नहीं किया जा सकता। गिरजाशंकर शर्मा के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें पिछले डेढ़ महीने से चल रही थी। 1 सितंबर को इस्तीफे के बाद यह अटकलें तेज हुई। तीन दिन पहले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से मुलाकात के बाद तय हो गया कि पंडित शर्मा कांग्रेस का दामन थामेंगे।

भाजपा को हराएंगे, लेकिन भाई के सामने नहीं लड़ेंगे चुनाव

 होशंगाबाद सीट से चुनाव लड़ने की बात को लेकर पंडित शर्मा ने बड़ी बात कहीं कि भाजपा से विधायक उनके सगे भाई है। हम साथ-साथ रहे हैं। अगर भाजपा से भाई को टिकट मिलेगी तो वे भाई के सामने न चुनाव लड़ेंगे और न प्रचार करेंगे। गिरजाशंकर शर्मा के इस तरह के जवाब के बाद शहर की राजनीति में चर्चा है कि यह केवल दवाब बनाने का फंडा है। 33 साल से शर्मा परिवार का विधानसभा सीट पर कब्जा कायम है।

चलो भोपाल चलो के पोस्टर लगाए

भोपाल जाने को लेकर एक दिन पहले शनिवार से ही सोशल मीडिया पर ‘चलो भोपाल चलो’ के पोस्टर जारी किए थे, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी व गिरजाशंकर शर्मा की तस्वीरे लगी हैं। गाड़ियों पर चस्पा करने के लिए पाेस्टर छपवाएं गए थे। गाड़ियों की पहचान हो सकें, इसलिए भी पोस्टर बनवाए गए थे।