इटारसी। विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही दावेदारों की जहां टिकट पाने की कवायदें चालू हो गई है वहीं एक दूसरे से राजनीतिक बुराई रखने वालों ने भी एक दूसरे को निपटाने की भूमिका बनाना शुरू कर दी है। इन सब विवादों को थामने की मंशा से ही केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर मध्य प्रदेश की 230 सीटों पर अलग अलग विधायकों को जानकारी जुटाने भेजा गया है। नर्मदापुरम विधानसभा में बिहार के पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक प्रमोद नारायण झा 7 दिन के प्रवास पर हैं। उनकी शहर में मौजूदगी के बीच ही 3 दिन पहले विधायक डॉ सीतासरन और भाजपा के नगर मंडल अध्यक्ष जोगिंदर सिंह के बीच का संवाद अब आरोप प्रत्यारोप का रूप लें लेगा ये किसी ने नहीं सोचा था। विधायक डॉ शर्मा और नगर मंडल अध्यक्ष जोगिंदर सिंह के बीच टकराव मंगलवार को उस वक्त खुले तौर पर सामने आ गया जब जोगिंदर सिंह ने विधायक विरोधी गुट के लोगों की मौजूदगी में मीडिया में खुलेआम विधायक डा शर्मा पर बिहार से आए विधायक झा से दूर रहने का दबाव बनाने का आरोप लगाया। इस मामले का असर ये हुआ कि बिहार के विधायक और पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा के कार्यक्रम का भाजपा के नगर मंडल अध्यक्ष, पदाधिकारियों और कई वरिष्ठ नेताओं ने बहिष्कार कर दिया। नाराज भाजपाइयों ने संगठन के आला नेताओं तक फोन घनघनाकर पूरे घटनाक्रम से परिचित कराया। इसके बाद उन्होंने संगठन की सदस्यता से जुड़े काम को प्राथमिकता दी और बाजार में घूमने निकल गए। इस वाकिए ने भाजपा में अंदर ही अंदर सुलग रही गुटबाजी की चिंगारी को और हवा दे दी है। अब यह लड़ाई खुले तौर पर सामने आ गई है। यह बोले नगर मंडल अध्यक्ष
इटारसी नगर मंडल अध्यक्ष जोगिंदर सिंह ने मीडिया में आरोप लगाया कि 3 दिन पहले हमें विधायक डॉ सीतासरन शर्मा द्वारा यह बोला गया कि आप नगर मंडल के कार्यक्रम से थोड़ा दूर रहना बाकी कार्यक्रम हम देख लेंगे। नगर मंडल अध्यक्ष के कार्यक्रम में ना जाने के कारण अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी पूरे कार्यक्रम से दूरी बना ली। उनका कहना था कि जब कार्यक्रम नगर भाजपा के तत्वावधान में है और नगर मंडल अध्यक्ष को इसमें आने नहीं दिया जा रहा है तो हमारे जाने का क्या अर्थ है। जोगिंदर सिंह ने कहा कि विधायक डॉ शर्मा के आसपास के लोग उन्हें गलत जानकारी देते हैं। बिहार से आए विधायक बूथ स्तर की जानकारी लेने आए हैं और जब इस कार्यक्रम में बूथ अध्यक्ष और नगर मंडल अध्यक्ष नहीं होंगे तो ऊपर तक सही जानकारी नहीं पहुंचेगी। जबकि हमारे सभी पदाधिकारी जमीन स्तर से जुड़े हुए हैं। किसने क्या कहा। इस पूरे मामले में आरएसएस से जुड़े एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि विधायक डॉ शर्मा की चिंता फिलहाल टिकट को लेकर है। वह नही चाहते हैं कि यहां की सच्चाई ऊपर तक जाए इसलिए ऐसा कर रहे हैं। यह भाजपा के लिए नुकसानदेय साबित होगा, क्योंकि संगठन को दूर रखकर चुनाव नहीं जीता जा सकता। इधर इस मामले में विधायक डॉ सीतासरन शर्मा ने कुछ भी टिप्पणी मीडिया में करने से इनकार कर दिया। भाजपा जिलाध्यक्ष माधवदास अग्रवाल ने कहा कि उन्हें इस मामले की जानकारी नहीं है। जानकारी लेने के बाद ही वे कुछ टिप्पणी कर सकेंगे।