नर्मदापुरम। नर्मदापुरम जिले के जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय (District Medical and Health Officer Office) के रिश्वतकांड ने गुरुवार को जिले के साथ ही भोपाल तक सनसनी मचा दी है। लोकायुक्त (Lokayukta) की टीम ने कार्रवाई कर सीएमएचओ कार्यालय के तीन कर्मचारियों को एक महिला कर्मचारी से रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा है। इनमें अकाउंटेंट, कंप्यूटर ऑपरेटर और सहायक ग्रेड 3 क्लर्क शामिल है। इन लोगों ने महिला से साढ़े सात लाख की राशि का भुगतान करने के एवज में 50 हजार रुपए की मांग की थी। इन भ्रष्टाचारी कर्मचारियों को रिश्वत की राशि तो मिली मगर चंद मिनट बाद ही उनके गले में लोकयुक्त की छापामार कार्रवाई का फंदा भी कस गया। लोकायुक्त इंस्पेक्टर आशीष भट्टाचार्य (Inspector Ashish Bhattacharya) ने बताया कि इन लोगों ने महिला कर्मचारी से एरियर्स भुगतान के एवज में मांगी थी, 50 हजार की रिश्वत । पहली किश्त 30 हजार की देना तय हुआ था और शेष 20 हजार पैसा अकाउंट में आने के बाद देने की बात हुई थी। आज 30 हजार रिश्वत लेते हुए 3 कर्मचारियों को रंगे हाथ पकड़ा है। भोपाल लोकायुक्त की 9 सदस्यीय टीम ने एसपी वीके सिंग (DSP VK Singh) के नेतृत्व में सीएमएचओ कार्यालय नर्मदापुरम (Narmadapuram) पहुंचकर यह कार्रवाई की। टीम में सब इंस्पेक्टर मनोज पटवा (Manoi Patwa) सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ निर्मला खंडवाल (Nirmala Khandwal) ने लोकायुक्त में रिश्वत मांगे जाने की शिकायत की थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि समयमान वेतनमान का एरियर निकालने उनसे 50 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की गई है। तस्दीक करने पर शिकायत सही पायी गयी और कल निर्मला खंडवाल ने लोकायुक्त को बताया था कि आज पैसा देना तय हुआ है। लोकायुक्त की टीम ने यहां पदस्थ महेश मेवारी (Mahesh Mewari ), सहायक ग्रेड-3 गजेन्द्र वर्मा (Gajendra Verma) और संतोष नगाइच (Santosh Nagaich) को पकड़ा है। महेश मेवारी ने पैसा लेने संतोष नगाइच को कहा और नगाइच ने पैसा लेकर वर्मा को दिया। इसी बीच लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ा।