नर्मदापुरम। जिले में रेत का अवैध उत्खनन करने के तमाम प्रयास असफल है। अब इसके लिए या तो अनदेखी जिम्मेदार हैं या फिर सांठगांठ से रेत खदानों को छलनी किया जा रहा है। अभी पवारखेड़ाखुर्द रेत खदान पर रेत चोरों की नजर है। सूत्रों के मुताबिक भोपाल के किसी प्रशांत ने रेत खदान के शांत वातावरण में हलचल मचा रखी है। वही सीहोर जिले की एक कंपनी भी सीहोर की रेत रॉयल्टी पर नर्मदापुरम की रेत खदानों से रेत चोरी में लगी है। बड़े पैमाने पर हो रही रेत चोरी के गोरखधंधे के बीच जिले का खनिज महकमा इक्का दुक्का वाहनों को पकड़कर खुद की पीठ थपथपा रहा है। 6 जुलाई को तहसील माखननगर के ग्राम पवारखेडाखुर्द में रेत का अवैध उत्खनन करते हुये पाए जाने पर खनिज विभाग द्वारा कार्यवाही करते हुये डम्पर कमांक MP04HE5833 को जप्त कर माखननगर थाने में अभिरक्षा में रखा गया। वहीं तवा पुल से ट्रक क्रमांक RJO9GD4857 को रेत खनिज का अवैध परिवहन करने पर जप्त कर थाना डोलरिया में सुरक्षार्थ रखा गया हैं तथा ग्राम – रायपुर से 01 ट्रैक्टर ट्राली बिना नंबर को रेत खनिज का अवैध परिवहन करते हुए जप्त कर थाना देहात नर्मदापुरम में सुरक्षार्थ रखा गया है। अब सवाल ये उठ रहा है कि जब कलेक्टर के निर्देश पर कई जगह जांच चौकियां बनाई गई है तो ये इतने बड़े वाहन उनकी नजरों में क्यों नहीं आते है। इतने बड़े वाहनों की धरर्पकड़ से इस बात को बल मिल रहा है कि खदानों तक इन वाहनों का पहुंचना किसी बड़ी गणितबाजी का ही प्रमाण है या ये फिर किसी प्रभावशाली व्यक्ति के वाहन है। पहले ही जिले की रेत खदानों पर एक प्रभावशाली नेता के नाम से रेत की बिंदास चोरी हो रही है। जिन्हें वाहनों पर दर्ज संकेतों को देखकर ही आंखे बंद कर ली जाती हैं। फिलहाल अवैध रेत परिवहन के चक्कर में जब्त वाहनों के विरुद्ध मध्यप्रदेश खनिज अवैध खनन परिवहन तथा भण्डारण का निवारण नियम 2022 के तहत कार्यवाही की जा रही है।