नर्मदापुरम । बंगाली कालोनी में स्कूल छोड़कर दूसरे कामों में अपना जरूरी समय खराब कर रहे बच्चों के जीवन में शिक्षा का उजियारा फैलेगा। बच्चों के प्रति संवेदनशीलता और उनके जीवन को बेहतर बनाने के लिए कलेक्टर और एसपी ने सिंह ने बीच में स्कूल छोड़ चुके हैं और जिनका स्कूल में प्रवेश ही नहीं हुआ था,का शाला में प्रवेश कराया। ऐसे सभी बच्चों का श्रम एवं बाल श्रम से जुड़ी संस्थाओं द्वारा सर्वे कराया था। अपने बच्चों के जीवन में शिक्षा की राह प्रशस्त देखकर बच्चों के मां-बाप की आंखें खुशी से नम हो गईं।
शुक्रवार को कलेक्टर सिंह एवं पुलिस अधीक्षक डॉ गुरकरन सिंह नर्मदापुरम के बंगाली कॉलोनी स्थित सरदार पुरा वार्ड पहुंचे। सर्वे में जानकारी प्राप्त हुई थी कि जिले में सबसे अधिक अप्रवेशी बच्चे इसी वार्ड में हैं। कलेक्टर एवं एसपी ने अधिकारियों के साथ वार्ड की सकरी गलियों में घूम कर ऐसे बच्चों और उनके माता-पिता से चर्चा कर उन्हें शिक्षा के महत्व के बारे में बताते हुए बच्चों अनिवार्य रूप से स्कूल भेजने के लिए प्रेरित किया। कलेक्टर सिंह ने कहा कि अब सरकारी स्कूल किसी भी स्तर पर निजी स्कूल से कम नहीं है। सरकारी स्कूलों में वे सभी सुविधाएं उपलब्ध है जिसके माध्यम से बच्चे बेहतर शिक्षा ग्रहण कर अपने उज्जवल भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। हाईस्कूल ग्वालटोली में कराया एडमिशन
कलेक्टर एवं एसपी ने भ्रमण के दौरान ऐसे चिन्हित सभी 8 बच्चों को वार्ड के शासकीय हाईस्कूल ग्वालटोली ले जाकर उनका अपने हाथों से एडमिशन कराया। उन्होंने बच्चों से कहा कि रुकना नहीं है, स्कूल जाना हैं। शिक्षा से ही हम अपना और अपने परिवार के जीवन को उज्जवल बना सकते हैं। कलेक्टर सिंह ने जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केंद्र को निर्देशित किया कि सर्वे में चिन्हित ऐसे सभी बच्चों का स्कूल में एडमिशन कराया जाना सुनिश्चित कराएं। यह भी सुनिश्चित करें कि वह निरंतर स्कूल जाएं। परिजनों व बच्चों को समझाया शिक्षा का महत्व
कलेक्टर एवं एसपी ने वार्ड में जवाहर सिंह , परमवीर सिंह, बलवीर कौर,कुंदन सिंह आदि के घर जाकर उनके बच्चों नंदनी कौर, महेंद्र कौर, बिंदिया कौर ,प्रेम सिंह, सोनू सिंह आदि बच्चों से भी मुलाकात की और उन्हें स्कूल जाने के लिए मनाया। कलेक्टर एवं एसपी के मनाने पर अभिभावकों ने भी सहर्ष बच्चो को स्कूल भेजने की स्वीकृति दी। बच्चें भी खुशी- खुशी स्कूल जाने के लिए कलेक्टर एवं एसपी के साथ निकल पड़े। वार्डवासियों ने कलेक्टर, एसपी की इस पहल की सराहना कर कहा कि हमारे बच्चों की चिंता कर कोई अधिकारी पहली बार हमारे घर पहुंचे हैं। हमारे बच्चों का भविष्य अब सुरक्षित हाथों में हैं। इन बच्चों का हुआ एडमिशन। कलेक्टर सिंह एवं एसपी डॉ सिंह ने बच्चों को स्कूल ले जाकर अपने हाथों से उनका नाम रजिस्टर में दर्ज किया। जिन बच्चों का एडमिशन हुआ उनमें अमृत सिंह, गौरी कौर, रज्जी कौर , कुनाल सिंह, गुलबंत, दानिश अली, जफर शेख, दिशा जोशी शामिल हैं।
इस अवसर पर बाल कल्याण समिति सदस्य सुमन सिंह सुमन शर्मा, रुचि अग्निहोत्री, रामभरोस मीणा, जिला परियोजना समन्वयक जिला शिक्षा केंद्र अजय कुंभारे, जिला आबकारी अधिकारी अरविंद सागर , श्रम निरीक्षक ज्योति अय्यर,श्रम निरीक्षक सरिता साहू , जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास ललित डेहरिया , थाना प्रभारी कोतवाली विक्रम रजक, उप निरीक्षक आम्रपाली डहाट आदि उपस्थित रहे।