इटारसी। मंगलवार का पूरा दिन शहर में आयकर विभाग की टीम की चर्चाओं से गर्म रहा। आयकर विभाग की यह टीम मंगलवार अलसुबह इटारसी के सफेदपोश और गणमान्य की श्रेणी में गिने जाने वालों के घर और प्रतिष्ठानों पर पहुंची। अगर ये कहें कि आयकर विभाग की टीमों ने ही उक्त गणमान्यों को नींद से जगाया तो कुछ गलत नही होगा। आयकर टीम उस वक्त इटारसी आयी जब यह शहर सोकर ही उठ रहा था। टीम के सर्वे के केंद्र बिंदु में शहर के ऐसे कारोबारी रहे जो कई मंचों पर गणमान्य नागरिक बनकर मंच साझा करते दिखते हैं। उनके ठिकानों पर सर्च अभियान अभी चल रहा है। सारा दिन आयकर विभाग की कार्रवाई की चर्चाएं चलती रहीं और लोग कयास लगाते रहे और हर कारोबारी की अपने हिसाब से व्याख्या भी करते रहे। इधर इनकम टैक्स के अधिकारी कुछ बताने से परहेज करते रहे।
आयकर विभाग की टीम करीब आधा सैंकड़ा वाहनों से इटारसी आईं हुई है। विभागीय टीम में इंदौर और भोपाल सर्किल के अधिकारी शामिल हैं। जिन कारोबारियों के यहां टीम पहुंची है, वे चावल मिल, पेट्रोल पंप, रेलवे खानपान, सराफा, रियल स्टेट, दाल मिल समेत अन्य कारोबार से जुड़े हैं। यह विभाग की सर्च है, जिसमें नामी-बेनामी संपत्ति, टैक्स चोरी समेत अन्य व्यापारिक लेनदेन, बैंक खाते लाकर एवं व्यापार में किए गए निवेश की जांच की जा रही है। कारोबारियों से जुड़े सीए और अकाउंटेंट को भी पूछताछ के दायरे में लिया गया है। अलसुबह से चल रही जांच से ऐसा लग रहा है कि एक एक कागज को बारीकी से चेक किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग को बड़े पैमाने पर कर चोरी, बेनामी संपत्तियों में निवेश की शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद इस कार्रवाई को करने की योजना बनाई गई थी। आयकर विभाग की टीम इंदौर-भोपाल के 200 से ज्यादा अधिकारी- कर्मचारी करीब 50 वाहनों के साथ शहर में सर्च कर रहे हैं। यह जांच दो-तीन दिन चलने के आसार है। सारे अफसर सफेद कलर की गाडिय़ों से आए हैं। टीम में शामिल सारी गाडिय़ों पर क्विंटन साल्यूसंस लिमिटेड डिजीटल मार्केटिंग कान्फ्रेंस (Quinton Solutions Limited Digital Marketing Conference) के पर्चे लगे हुए हैं।
आयकर विभाग ने सराफा एवं रियल इस्टेट कारोबारी एलकेजी ग्रुप के सराफा बाजार के ज्वेलरी शोरूम, कालोनी कार्यालय, निवास, समेत अन्य स्थानों पर सर्चिंग की। प्रापर्टी ब्रोकर, मुनीम एवं अन्य लोगों के घर भी दबिश देकर पड़ताल की गई है। सराफा बाजार के एक बड़े कारोबारी के अलावा परिवार के अन्य सदस्यों से जुड़े व्यापार की जांच भी की जा रही है। रेलवे के दो कांट्रेक्टर्स दफ्तरों में भी टीम पहुंची है। कार्रवाई में शामिल कोई भी अधिकारी अधिकृत रूप से मामले की जानकारी देने से इनकार कर रहा है, कहा जा रहा है कि भोपाल मुख्यालय से ही जानकारी दी जा सकती है।