केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का आदेश, 1 अप्रैल से पहले प्रारंभ नहीं होगा शैक्षणिक सत्र

नर्मदापुरम। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शैक्षणिक सत्र तय समय से पहले शुरू करने की मिल रही शिकायतों को गंभीरता से लिया है। बोर्ड ने ऐसे स्कूलों सहित सीबीएसई से संबंद्ध सभी स्कूलों के लिए साफतौर पर गाइड लाइन जारी कर दी है जिसके मुताबिक अब उन सभी स्कूलों शिक्षा सत्र 1 अप्रैल से मार्च के बीच ही रहेगा। इस आदेश का उल्लंघन करने वाले स्कूलों की शिकायत मिलने पर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इधर अंदरखाने के जानकारों की माने तो केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को वैल्यूएशन कार्य के लिए ड्यूटी लगाने हेतु शिक्षकों की आवश्यकता होती है मगर सीबीएसई संबंध स्कूलों में समय से पहले शिक्षा सत्र चालू कर दिए जाने के कारण स्कूल प्रबंधन द्वारा अपने यहां के शिक्षकों को वैल्यूएशन कार्य से पृथक कर लिया जाता है जिससे बोर्ड का वैल्यूएशन कार्य प्रभावित होता है। लगातार बन रही इन स्थितियों को देखते हुए ही केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने ऐसे स्कूलों पर लगाम कसने के लिए यह आदेश जारी किया है
यह जारी किया आदेश
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव अनुराग त्रिपाठी के हस्ताक्षर से जारी एक आदेश पत्र में कहा गया है कि बोर्ड को शिकायतें मिल रही हैं कि सीबीएसई से संबंद्ध स्कूलों में कई स्कूलों में शैक्षणिक सत्र निर्धारित शेड्यूल के पहले ही शुरू कर दिया गया है। जो उचित नहीं है। इससे बच्चों का मानसिक विकास बाधित होता है और उन्हें खेलकूद सहित अन्य मनोरंजक गतिविधियों से जुडऩे का अवसर ही नहीं मिलता है। इसे देखते हुए बोर्ड ने यह आदेश दिया है कि कोई सीबीएसई संबंद्ध स्कूल में शिक्षा सत्र 1 अप्रैल से पहले चालू नहीं किया जाएगा।
जिले में खुल गए हैं कई स्कूल
नर्मदापुरम जिले में संचालित सीबीएसई स्कूलों में कई स्कूलों में शिक्षा सत्र 1 अप्रैल से पहले ही चालू कर दिया गया है। इन स्कूलों में अभी से ही नए सत्र की नई कक्षाएं शुरू कर दी गई हैं। स्कूलों के खुलने से विद्यार्थी भी खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं वहीं उनके अभिभावक भी स्कूलों की मनमानी के विषय में खुलकर कुछ नहीं बोल पा रहे हैं।