नर्मदापुरम। मध्यप्रदेश के 19 जिलों के एक लाख 91 हजार 755 किसानों को 202 करोड़ रूपए से अधिक की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से किसानों के खाते में हस्तांतरित की गई। अकेले नर्मदापुरम जिले में 2233 किसानों के खाते में 3 करोड़ 26 लाख रुपये से भी ज्यादा की राशि ट्रांसफर की गई। ये राशि जमा होने का मैसेज मिलते ही किसानों के चेहरे खुशी से चमक उठे। आपको बता दें कि अगस्त 2022 में बाढ़ एवं अतिवृष्टि से कुल दो लाख 2 हजार 488 हेक्टेयर में फसल प्रभावित हुई थी। सर्वे के पश्चात ग्राम पंचायतों में सूची भी प्रदर्शित की गई थी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि संकट के समय सहायता पहुंचाने तथा जनता की सेवा के लिए सरकार तत्पर है। किसानों की हर परिस्थिति में प्रदेश सरकार उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि फसल क्षति से हुए नुकसान के लिए प्रदेश सरकार की ओर से उन्हें आज राहत राशि प्रदान की जा रही है। जिससे वे अपने नुकसान की भरपाई करें और आने वाले त्योहारों को पूरे हर्षोल्लास से मनाएं। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों से सर्वें के संबंध में जानकारी भी ली।मुख्यमंत्री चौहान के वर्चुअल कार्यक्रम में नर्मदापुरम के एनआईसी कक्ष से कमिश्नर नर्मदापुरम मालसिंह , कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह ,जिला पंचायत सीईओ मनोज सरियाम, अपर कलेक्टर मनोज सिंह ठाकुर, नगरपालिका अध्यक्ष नीतू महेंद्र यादव, जनपद अध्यक्ष नर्मदापुरम भूपेंद्र चौकसे, मनोहर बड़ानी सहित क्राइसेस मैनेजमेंट समिति के सदस्य शामिल हुए।
यह भी बोले सीएम शिवराज
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में कुछ जिले अतिवृष्टि से प्रभावित रहे। राज्य सरकार ने ऐसी स्थिति में सभी जरूरी व्यवस्थाएँ कर यह सुनिश्चित किया कि जहाँ अतिवृष्टि से किसी की जान न जाए, वहीं किसी को अन्य परेशानियों का भी सामना नहीं करना पड़े। जहाँ बाढ़ की स्थिति थी, वहाँ से लोगों को रेस्क्यू कर राहत शिविरों और सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया गया। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि बाढ़ का पानी उतरने के बाद ग्रामों में जमा मलबा साफ करवाने, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करने और अब किसानों को हुई क्षति पर सहायता राशि पहुँचाने का कार्य किया गया। फसलों की क्षति का सर्वे करवा कर ग्राम पंचायत में सूची भी प्रदर्शित की गई थी। मकानों के क्षतिग्रस्त होने और घरेलू सामग्री के नुकसान और पशु हानि के लिए पहले 43 करोड़ 87 लाख रूपए की राशि वितरित की चुकी है। आज 1 लाख 91 हजार 755 कृषकों के खाते में सहायता राशि अंतरित की गई है। पारदर्शी तरीके से हितग्राहियों के बैंक खातों में पैसा जमा किया गया है। इसके पहले राजस्व, कृषि, उद्यानिकी और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों के संयुक्त दल ने सर्वे कार्य किया था।