ग्वालियर के तेल कारोबारी भाइयों के फर्जीवाड़े के जाल में फंस गए कांग्रेस नेता सुरेश गोयल, जमीन बेचने के नाम पर लगाया 11 करोड़ का चूना..

इटारासी। शहर के बड़े कारोबारी और कांग्रेस नेता सुरेश गोयल के साथ ग्वालियर में 11 करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है। ग्वालियर के तेल कारोबारी ने जमीन बेचने के नाम पर 11 करोड़ रुपये की यह धोखाधड़ी की है। इटारसी के कारोबारी सुरेश गोयल को 135 बीघा जमीन बेचने का झांसा देकर अनुबंध किया और जमीन का अनुबंध कर कुछ पैसा एडवांस देने के बाद  कारोबारी ने जब उस जमीन की पड़ताल की तो वह किसी दूसरे के नाम पर राजस्व रिकार्ड में दर्ज निकली। यह पता लगने के बाद जब कारोबारी ने रुपये वापस मांगे तो देने से इंकार कर दिए। इसके चलते कांग्रेस कारोबारी की शिकायत पर पड़ाव थाना पुलिस ने धोखाधड़ी और कूट रचित दस्तावेज तैयार करने की धारा में एफआइआर दर्ज की है। उधर दूसरे पक्ष की ओर से भी एसएसपी कार्यालय और पड़ाव थाने में शिकायती आवेदन दिया गया है। इसकी जांच भी पुलिस अधिकारी कर रहे हैं। पड़ाव थाना प्रभारी विवेक अष्ठाना ने बताया कि इटारसी के रहने वाले सुरेश गोयल की मुलाकात कुछ समय पहले नवीन शिवहरे पुत्र चिरोंजीलाल शिवहरे निवासी गांधी नगर और उसके भाई प्रवीण शिवहरे से हुई थी। इन लोगों ने 2020 में 135 बीघा जमीन का सौदा सुरेश गोयल से किया था। सुरेश गोयल को 135 जमीन का सौदा 1.21 करोड़ रुपये प्रति बीघा के हिसाब से बेचने की बात कही। जमीन सुरेश को पसंद आ गई। उन्होंने जमीन खरीदने के लिए 11 करोड़ रुपये बतौर एडवांस दिए और विक्रय अनुबंध पत्र तैयार करा लिया। विक्रय अनुबंध पत्र तैयार कराने के बाद उन्होंने राजस्व विभाग में जमीन की पड़ताल कराई। तब सामने आया कि जिस सर्वे क्रमांक की जमीन को नवीन और प्रवीण ने अपना बताया, वह उनके नाम पर है ही नहीं। इसके कुछ समय बाद यह भी पता लगा कि ओंकार कंस्ट्रक्शन कंपनी के साथ भी इस जमीन को बेचने का अनुबंध कर इन लोगों ने चार करोड़ रुपये लिए। यह सामने आने के बाद जब बात की तो यह लोग फिर गुमराह करने लगे। इसके बाद सुरेश गोयल ने रुपये वापस मांगे तो इंकार कर दिया। इस मामले की शिकायत सुरेश ने पुलिस अधिकारियों से की। शिकायती आवेदन और दस्तावेजों की जांच के बाद एफआइआर दर्ज की गई। उधर दूसरे पक्ष ने एसएसपी अमित सांघी और पुलिस थाने में शिकायती आवेदन देकर कहा है कि इस मामले में 4 करोड़ रुपए लिए हैं, इसके लिए कई बार बयनामा संपादित कराने के लिए सुरेश गोयल से कहा गया, लेकिन सुरेश द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। सुरेशद्वारा फर्जी कागज और खसरा तैयार कराया गया। इसकी जांच की मांग शिकायती आवेदन देकर की है। एसएसपी अमित सांघी का कहना है कि दूसरे पक्ष के जो आरोप हैं, उसकी भी जांच कराई जा रही है।