नर्मदापुरम। नर्मदापुरम जिले में भाजपा से जुड़े पदाधिकारियों का समय ठीक नहीं चल रहा है। भाजपा नेताओं की भाषा शैली या वक्तव्य उनके लिए गले की फांस बन रहे हैं। अभी एक भाजपा नेता और भारतीय किसान संघ के बीच बढ़ी तल्खी ठंडी भी नहीं हुई थी कि अब भाजपा जिलाध्यक्ष माधवदास अग्रवाल की कार्यशैली से नाराज होकर जिले के मंडल अध्यक्ष सहित 22 पदाधिकारियों के इस्तीफा देंने के मामले से राजनीति गरमा गई है। बीजेपी ग्रामीण मंडल अध्यक्ष खूबचंद रघुवंशी के लेटरपेड पर लिखे इस्तीफें का पत्र गुरुवार देर शाम वायरल होने के बाद से सर्द मौसम में राजनीतिक गलियारे में तापमान बढ़ गया है। पत्र में जिलाध्यक्ष पर आरोप। सोशल मीडिया में वायरल हुए लेटरपेड पर 18 दिसंबर 2022 की तारीख अंकित है। जिसमें मंडल अध्यक्ष खूबचंद रघुवंशी, मंडल अध्यक्ष राजा भैया पटेल खापरखेड़ा, युवा मोर्चा गुलाब बैंकर सहित 22 पदाधिकारियों के नाम लिखे है। प्रांतीय संगठन मंत्री के नाम पत्र लिखा गया है। जिसमें जिला अध्यक्ष अग्रवाल पर आरोप लगाया गया है कि वें समर्पित कार्यकर्ताओं को अपना व्यक्तिगत नौकर सिद्ध करने में कोई कसर नहीं छोड़ते। कार्यकर्ताओं के प्रति उनके व्यवहार निरतंर अपमानजनक और घृणास्पद रहा है। वे सार्वजनिक रूप से कटु और अभद्र, अपमानजनक भाषा का प्रयोग करते है। जवाब देने में काट रहे कन्नी पत्र वायरल होने के बाद बीजेपी संगठन की ओर से पदाधिकारी जवाब देने से बच रहे हैं। पिपरिया के ग्रामीण मंडल अध्यक्ष खूबचंद रघुवंशी इस पत्र को फर्जी बता रहे है। उन्होंने बताया कि पत्र फर्जी है। वह किसने और कैसे लिखा । इसकी जानकारी हमें नहीं है। पत्र में उल्लेख जिला अध्यक्ष की कार्यप्रणाली व आरोप को लेकर भाजपा के पदाधिकारी जवाब देने से बच रहे। भाजपा जिला प्रभारी सीमा सिंह ने कहा कि वे इस मामले में कुछ कहने के लिए अधिकृत नहीं हूं। हमारे जिला मीडिया प्रभारी अमित महाला से संपर्क कीजिए। मीडिया प्रभारी अमित महाला ने यह कहकर बच गए कि क्या मामला है, समझने के बाद कुछ कुछ कहूंगा। बाद में उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया। जिला अध्यक्ष माधवदास अग्रवाल से भी संपर्क करने की कोशिश की। लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई।