भगवान के मंदिर एवं गुरु के सम्मुख मनुष्य को अपनी वास्तविक स्थिति में जाने पर मिलती है कृपा…

नर्मदापुरम। श्री रूद्र ब्रह्यचारी तपस्वी जोगेश्वरी (बाईराम) माता जी की उन्नीसवीं पुण्य स्मृति एवं पूज्य माताजी स्व. कमला बाई जी की चतुर्थ पुण्य सहस्मृति में तपोवन आश्रम बान्द्राभान उत्तर तट तहसील बुधनी में प्रख्यात कथावाचक डॉ प्रज्ञा भारती के मुखारविंद से संगीतमय श्री रामकथा का आयोजन किया जा रहा है। श्रीराम कथा के चौथे दिन प्रज्ञा भारती ने कहा कि भगवान कभी भी किसी भी रूप में हमारे सामने आ सकते हैं। मनुष्य स्वयं अपना मित्र एवं स्वयं अपना शत्रु है। नित्य भगवान का भजन करने और कथा सुनने से हमारे पाप और विकार कम होते जाते हैं। भगवान के मंदिर में एवम् गुरु के सम्मुख अपनी वास्तविक स्थिति में जाना चाहिए। किसी भी प्रकार का दिखावा भगवान पसंद नहीं करते जो धनवान होकर धन का उपयोग आवश्यक जगह, धार्मिक कार्य, दान, दरिद्र की सहायता में नहीं करता एवं दरिद्र जो मेहनत नहीं करता आलस में जीवन बिताता है इन दो व्यक्तियों को गले में पत्थर बांधकर गहरे पानी में डाल देना चाहिए इससे पाप नहीं लगता। नित्य प्रति घर में धार्मिक ग्रंथ रामायण गीता का पाठ होना चाहिए। मनुष्य को सदैव अपने धर्म एवं संतों के बताए मार्ग पर चलना चाहिए। भगवान के भजन के बिना मनुष्य सागर पार नहीं हो सकता। जिस प्रकार तिल्ली में तेल है और चकमक में आग है उसी प्रकार भगवान हमारे घट में विराजमान है। भजन की रगड़ निरंतर जाप से उसे प्रकट किया जा सकता है। सारे संसार को ईश्वर रूप जानकर सभी को प्रणाम करना चाहिए। धन की तीन गति हैं दान भोग और नाश। जो मनुष्य सत्य ,न्याय, नीति का आचरण करता है उस पर भगवान की कृपा किसी न किसी रूप में होती है। संतों का दर्शन और भगवान की कथा यह दोनों दुर्लभ हैं। धन-संपत्ति परिवार तो पापी से पापी के पास भी हो सकते हैं। मनुष्य को बहुत सोच समझकर बोलना चाहिए क्योंकि वाणी के द्वारा भी हिंसा होती है। सत्य के समान कोई दूसरा तप नहीं है और झूठ के समान कोई पाप नहीं है। प्रत्येक घर में सत्संग ज्ञान चर्चा धार्मिक ग्रंथों का पठन-पाठन नित्य प्रति होना चाहिए। जहां सुमति है वहां सभी प्रकार की संपत्ति होती है और जहां कुमति है वहां विपत्तियों का अंबार होता है । सुनी हुई बात को यदि स्वीकार ना किया जाए तो सुनना व्यर्थ है। घर परिवार में, समाज में, गांव में सभी को संगठित होकर रहना चाहिए। हम जैसे हैं वैसे ही यदि भगवान के प्रति समर्पित हो जाएं तो भी हमारा कल्याण हो जाएगा। आज की कथा के अवसर पर रामवीर सिंह कौरव विभाग प्रचारक , सुरेंद्र सिंह सोलंकी संगठन मंत्री सेवा भारती, सीमा सिंह जिला प्रभारी भाजपा , देवी सिंह मीना , मनोहर बैंकर ,सोनू दीक्षित , उमेश पटेल राकेश फौजदार , सुरेश पटेल , छोटेलाल निखर , नीरज यादव , आशुतोष तिवारी ,डॉ अनुराग तिवारी , विजय सिंह राजपूत ,चंदन सिंह राजपूत , शिवकिशोर रावत , संदीप पटेल करताना , डी एस दांगी , कुंवर सिंह यादव , केतार सिंह चौहान ,महेंद्र शर्मा , बसंत सिंह राजपूत , देवी राम मीणा , विष्णु थापक , हरि सिंह मीणा ,नर्मदा प्रसाद ,नंदराम साहू ,चंदन ,डॉ वीके सिंह ,कमल सिंह राजपूत राजेंद्र रघुवंशी ,अनिल कदम , भारती रघुवंशी , संध्या थापक जनभागीदारी अध्यक्ष, गीता चौकसे , बंदना दुबे जी , केके थापक अधिवक्ता संघ अध्यक्ष , मनोज जराठे , सुरेन्द्र सिंह राजपूत , मोनिका चोकसे, अनुजा मिश्रा, वंदना शर्मा, रमाकांत भार्गव सांसद विदिशा एवं अध्यक्ष ट्रस्ट समिति , विधायक सोहागपुर विजयपाल सिंह, राजेन्द्र सिंह पूर्व विधायक एवं पूर्व अध्यक्ष म.प्र.वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन, महेश उपाध्याय अध्यक्ष सलकनपुर ट्रस्ट, मनोहर सिंह ,सुनील रघुवंशी ,राजेश राय, देवदत्त तिवारी ,मनोज भदौरिया ,राजेंद्र उपाध्याय ,सेठी चौकसे ,राहुल गौर, उत्तम गौर, अजयपाल सिंह, शिवनारायण मालवीय, मनोहर सिंह, लखनलाल थापक, अशोक सिंह, चिमनसिंह कुशवाहा, ब्रज मीना, लक्ष्मण सिंह, हरीसिंह मीना, नलिन पटैल, अनिल कदम, उत्तम गौर, राजीव शुक्ला, राहुल गौर, अजय मिश्रा, राजू मामू, श्याम यादव, दुर्गेष यादव सहित सैकड़ों श्रृद्धालु उपस्थित थे।