नर्मदापुरम जिले में पहली बार सीएमएचओ के खिलाफ जारी हुआ गिरफ्तारी वारंट, गवाही देने 2 बार कोर्ट ने बुलाया था..

नर्मदापुरम। नर्मदापुरम जिले के स्वास्थ्य महकमे में उस वक्त हड़कम्प मच गया जब इटारसी पुलिस मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी यानी CMHO को गिरफ्तार करने उनके कार्यालय आ धमकी। जिले में संभवतः यह पहला मौका है जब स्वास्थ्य विभाग के किसी बड़े अफसर के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ हो। इटारसी न्यायालय से सीएमएचओ दिनेश दहलवार का गिरफ्तारी वारंट जारी किया। एक्सीडेंटल के प्रकरण में कोर्ट में पेशी पर उपस्थित न होने के बाद उनका गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ। कैलाश चौधरी बनाम सौरभ राठौर के एक्सीडेंट प्रकरण में विकलांग के सर्टिफिकेट से जुड़ा यह पूरा मामला है। जिसके चलते प्रथम सत्र न्यायाधीश हर्ष भदौरिया ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने के आदेश दिए गए हैं। कोर्ट जानकारों के मुताबिक कैलाश चौधरी का कोर्ट में एक्सीडेंट का मामला विचाराधीन है। कैलाश चौधरी ने स्थाई अपंगता का प्रमाण पत्र कोर्ट में लगाया था। प्रमाण पत्र को सबूत कराने के किए आवेदक ने हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर की गवाही के लिए कोर्ट में बुलाने के लिए आवेदन दिए थे। गवाही के लिए CMHO डॉक्टर दिनेश दहलवार को सूचना दी। दो बार डॉक्टर गवाही के लिए कोर्ट में उपस्थित नहीं हुए।16 दिसंबर को प्रथम सत्र न्यायाधीश हर्ष भदौरिया द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया। मामले में 20 दिसंबर मंगलवार को कोर्ट में अगली पेशी होगी। जिसमें इटारसी पुलिस सीएमएचओ को इटारसी कोर्ट में पेश करेगी। इससे एक दिन पहले CMHO दफ्तर इटारसी थाने के पुलिस जवान पहुंचे भी थे। इटारसी टीआई आरएस चौहान ने बताया एक्सीडेंट के मामले में गवाही होना है। 20 दिसंबर को पेशी है। जिसे लेकर वारंट जारी हुआ है। सीएमएचओ डॉक्टर दिनेश दहलवार ने बताया प्रमाणपत्र की गवाही को लेकर हमें वारंट मिला। मंगलवार को कोर्ट में पेशी है। मैं 16 साल से बोर्ड विकलांग प्रमाण पत्र बना रहा हूँ।