स्टेशन पर चलती ट्रेन से उतरने के दौरान मौत के मुंह में जाने से बची महिला, देखने वालों का कलेजा मुंह को आया….

इटारसी। जाको राखे सांइया मार सके ना कोय….. यह कहावत शुक्रवार को भोपाल मंडल के रानी कमलापति स्टेशन पर खड़े यात्रियों ने चरितार्थ होते देखी। एक महिला मौत के मुंह मे लगभग चली गई थी मगर उसके नसीब से सांसे थी इसलिये जीआरपी और आरपीएफ के आरक्षक उसके लिए देवदूत बन गए। ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ एवं जीआरपी जवानों की सतर्कता से महिला मौत के मुंह से बाहर आ गई। खुद को जिंदा देख एकबारगी तो खुद महिला को भी भरोसा नहीं हुआ कि मौत उसे छूकर निकल गई है। ये घटना देख आसपास खड़े यात्रियों की रूह भी कांप गई।

यह हुआ घटनाक्रम

रानी कमलापति स्टेशन पर गाड़ी संख्या 12975 मैसूर-जयपुर एक्सप्रेस शाम 5.40 बजे प्लेटफार्म नंबर 3 पर पहुँची थी। करीब 2 मिनट के स्टॉपेज के बाद जब ट्रेन प्लेटफार्म से रवाना होने लगी तो एक महिला जो अपने परिजनों को छोड़ने के लिए आई थी, चलती ट्रेन से उतरने लगी। इसी दौरान महिला का संतुलन बिगड़ गया और वह गिर गई। महिला गाड़ी से गिरकर प्लेटफार्म से नीचे चली गई थी। इसी दौरान ड्यूटी पर तैनात आरपीएफ के आरक्षक इंदर यादव तथा जीआरपी के आरक्षक विक्रम द्वारा तत्परता से महिला को खींचकर सकुशल व सुरक्षित बाहर निकाला गया। इसके बाद आसपास के यात्री भी महिला की मदद के लिए आ गए। जवानों द्वारा अपनी जान संकट में डालते हुए महिला की जान बचाने के उत्कृष्ट कार्य के लिए डीआरएम ने आरक्षकों की प्रशंसा की।