इटारसी। सनखेड़ा नाके पर बीएसएनएल के अधिकारियों-कर्मचारियों के आवास के
लिए बनाई गई करोड़ों की बेशकीमती
कॉलोनी अब जल्द ही बिक जाएगी।
विभाग ने इसको बेचने की तैयारी कर ली
है। विभाग ने इस बिल्डिंग की कीमत
करीब 10 करोड़ रुपए आंकी है। इस
कीमत में या इससे अधिक कीमत में अगर
कोई पार्टी इसे खरीदने आगे आती है तो
विभाग बिना देर किए प्रापर्टी हस्तांतरित
कर देगा। बिना प्लान विभाग के अफसरों
ने अपनी जमीन पर यहां मल्टी स्टोरी
क्वार्टर और अफसरों के बंगले तैयार
कराए थे, लेकिन एक भी कर्मचारी ने यहां
रहने के लिए आवेदन नहीं दिया। नतीजा
यह हुआ कि सूनेपन का फायदा उठाकर
आसपास के उठाईगीरों ने भवनों में लगे
दरवाजे, खिड़कियां, अलमारी, बिजली
फिटिंग, बाउंड्रीवॉल, ग्रिल सब कुछ चोरी कर लिए हैं।
दुर्दशा का विभाग है जिम्मेदार-दूरसंचार विभाग ने सनखेड़ा नाका क्षेत्र में सुविधायुक्त कॉलोनी
तो बनाई मगर उसमें रहने के लिए अपने अधिकारियों व
कर्मचारियों पर दबाव नहीं बना सका। महाप्रबंधक कार्यालय
होने के बाद भी कभी तत्कालीन महाप्रबंधकों ने यहां रुकने की
आवश्यकता नहीं समझी जिससे कर्मचारियों ने भी रुचि नहीं
दिखाई। अपनी संपāिा की सुरक्षा करने की बजाए तत्कालीन
अफसरों ने इसे भगवान भरोसे छोड़ दिया था।
एक नजर में प्रोजेक्ट–
–2004 में बिल्डिंग बनकर तैयार
— 1 लाख 30 हजार वर्गफीट क्षेत्रफल
–16 हजार वर्ग फीट कंस्ट्रक्शन
एरिया
— 50 लाख तत्कालीन लागत
–एक जीएम बंगला
— एक डीजीएम बंगला
— 4 टाइप वन, 12 टाइप ट
इनका कहना है—विभाग की इस मल्टीस्टोरी बिल्डिंग को बेचने
का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय वरिष्ठ
कार्यालय से आए आदेश के बाद लिया गया है।
बिल्डिंग की कीमत करीब 10 करोड़ रुपए
रखी गई है।
सीएल जांगड़े, डीजीएम बीएसएनएल भोपाल