कलेक्टर सोनिया मीना ने जर्मनी की कंपनी जीआईजेड के सहयोग से निर्मित प्रदेश के पहले जैविक संसाधन केंद्र एवं बायो प्रोम जैविक खाद निर्माण इकाई का किया शुभारंभ।
जर्मनी की कंपनी जीआईजेड के सहयोग से ग्राम पंचायत रंढाल में स्थापित की गई है इकाई
नर्मदापुरम। नर्मदापुरम जिले की ग्राम पंचायत रंढाल के खाते में एक बड़ी उपलब्धि आई है। यहां जर्मनी की एक कंपनी के सहयोग से मध्यप्रदेश की पहली ऐसी यूनिट का संचालन होगा जो बायोप्रॉम जैविक खाद का निर्माण करेगी। इस यूनिट से सैकड़ों महिलाओं को आर्थिक तौर से मजबूत भी किया जा सकेगा। कलेक्टर सोनिया मीना ने प्रदेश की इस पहली यूनिट का शुभारंभ किया। कलेक्टर सोनिया मीना ने बुधवार को ग्राम पंचायत रंढ़ाल में जर्मनी की कंपनी जीआईजेड के सहयोग से निर्मित प्रदेश के पहले जैविक संसाधन केंद्र एवं बायो प्रोम जैविक खाद निर्माण इकाई का शुभारंभ किया। महिला शक्ति संकुल स्तरीय संघ द्वारा संचालित बायो-रिसोर्स सेंटर (BRC) एवं बायो प्रोम निर्माण इकाई का उद्घाटन समारोह रंढाल गौशाला नर्मदापुरम में आयोजित हुआ।
कृषि का बदलेगा परिदृश्य
शुभारंभ अवसर पर कलेक्टर सोनिया मीना ने कहा कि प्रदेश के प्रथम बायो-रिसोर्स सेंटर में बनाये जैविक खाद से हमारे कृषि का परिदृष्य बदल जाएगा। साथ ही खाद निर्माण इकाई द्वारा मूल रूप से गौवंश से प्राप्त गोबर से किण्वित तरल जैविक खाद का निर्माण किया जाएगा। इस पूरी योजना का उद्देश्य है कि योजना से जुड़ कर क्षेत्र की गौशालाएं आत्मनिर्भर बनें, रासायनिक खाद पर किसानों की निर्भरता को कम किया जाए। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत संचालित महिला स्व सहायता समूह एवं संगठनों को आजीविका उपलब्ध हो सके। कलेक्टर ने इस सेंटर की भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “यह केंद्र ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। सरकार की ओर से इस पहल को हर संभव सहायता दी जाएगी, जिससे यह मॉडल राज्य के अन्य जिलों में भी दोहराया जा सके।” उन्होंने गौशाला के बहुआयामी उपयोग, जैविक एवं प्राकृतिक खेती और महिला सशक्तिकरण को जोड़ते हुए इसे ‘एकीकृत ग्रामीण विकास’ का आदर्श उदाहरण बताया।
कंपनी प्रतिनिधि बोले, महिलाओं को मिलेगी ताकत
समारोह का शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथियों द्वारा संयंत्र का रिबन काटकर किया गया। अतिथियों ने बायो-रिसोर्स यूनिट का अवलोकन भी किया। GIZ के प्रतिनिधि राजीव आहूजा ने कार्यक्रम की रूपरेखा साझा की। GIZ की प्रोजेक्ट डायरेक्टर उटे रिकमन ने कहा कि यह बायो-रिसोर्स सेंटर स्थानीय महिलाओं के लिए आय वृद्धि एवं सशक्तिकरण का सशक्त माध्यम बनेगा।संतोष सहाने मेम्बर ऑफ़ ओर्गानिक फार्मिंग पालिसी कमिटी (महाराष्ट्र शासन) एवं डायरेक्टर, फोरकास्ट एग्रिटेक प्रा. लि. द्वारा प्रोम खाद निर्माण व उसकी कृषि में उपयोगिता पर तकनीकी सत्र आयोजित किया गया।
रंधाल गौशाला बनी नवाचारों का केंद्र
जनपद पंचायत नर्मदापुरम के अध्यक्ष भूपेन्द्र चोकसे ने कार्यक्रम के दौरान रंढाल गौशाला के भविष्य और विस्तार की दिशा में अपने विचार साझा करते हुए कहा कि रंढाल गौशाला केवल एक परंपरागत आश्रय स्थल नहीं रह गई है, बल्कि अब यह जैविक कृषि, महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण नवाचारों का केंद्र बन रही है। हमें इस गौशाला को केवल सीमित गतिविधियों तक नहीं रखना चाहिए, बल्कि इसके दायरे को और विस्तारित कर इसे एक मल्टी-फंक्शनल ग्राम संसाधन केंद्र के रूप में विकसित करना चाहिए। जनपद स्तर पर हम पूर्ण सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भूमि, संसाधन एवं प्रशासनिक सहयोग के साथ हम इसे एक राज्य स्तरीय मॉडल गौशाला के रूप में विकसित होते देखना चाहते हैं।”
प्रशासनिक सहभागिता का किया वादा
जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सोजान सिंह रावत ने परियोजना के सफल क्रियान्वयन हेतु प्रशासनिक प्रतिबद्धता दोहराई। सीईओ रावत ने बताया कि मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन जिला पंचायत नर्मदापुरम अंतर्गत गठित महिला शक्ति संकुल स्तरीय संघ के द्वारा एवं इंडियन ग्रामीण सर्विसेज संस्था के सहयोग से इस यूनिट का संचालन किया जा रहा है। गतिविधि संचालन की जिम्मेदारी ग्राम संगठन रंधाल को सौंपी गयी है ।
महिला नेतृत्व ने भी दोहराया संकल्प
कार्यकारिणी समिति की सदस्य दमयंती वर्मा एवं कविता मोहबे ने कहा कि “हम सभी महिलाएं इस यूनिट के सफल संचालन के लिए पूर्ण प्रतिबद्धता से कार्य करेंगी। यह सिर्फ एक इकाई नहीं, बल्कि हमारे आत्मविश्वास और आर्थिक आज़ादी की दिशा में एक बड़ा कदम है।”
ऐसे होगा यूनिट में।काम
गौशाला में 110 गोवंशों के माध्यम से बायो-अपशिष्ट से प्रोम (फॉस्फेट रिच ऑर्गेनिक मैन्योर) खाद का निर्माण किया जाएगा, जो डीएपी का जैविक विकल्प है। यह केंद्र ‘लखपति दीदी’ अभियान एवं प्राकृतिक खेती को गति देगा। इस परियोजना का संचालन महिला शक्ति संकुल स्तरीय संघ एवं इंडियन रूरल सर्विसेज के सहयोग से मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (एमपीएसआरएलएम), जिला पंचायत नर्मदापुरम के मार्गदर्शन में किया जा रहा है।
कार्यक्रम में यह रहे मौजूद
कार्यक्रम में आशीष शर्मा जिला परियोजना प्रबंधक एमपीएसआरएलएम, योगेन्द्र राजपूत जिलाध्यक्ष किसान मोर्चा, ख़ुशीलाल आठनेरे सरपंच ग्राम पंचायत रंढाल, आदित्य शर्मा जिला प्रबंधक, दुर्गेश ठाकुर ब्लाक प्रबंधक एवं टीम, हरिओम गोस्वामी, शशिकांत श्रोती इंडियन ग्रामीण सर्विसेस संस्था, स्वसहायता समूह की दीदियाँ,किसान एवं ग्रामीण उपस्थित रहे l
