स्टेशन के प्लेटफार्मों से गायब हुए अवैध वेंडर, दिल्ली में शिकायत होने की खबर से मचा है हड़कंप….

इटारसी। भारतीय रेलवे के महत्वपूर्ण रेल जंक्शन इटारसी के प्लेटफार्मों पर पिछले दो दिनों से अवैध वेंडर नदारत हैं। भोपाल मंडल की विभागीय टीम की आमद के साथ सातों प्लेटफार्मों पर सक्रिय दिखने वाले सारे अवैध वेंडर भूमिगत हो गए हैं। इन अवैध वेंडरों के स्टेशन से नदारत होने से स्टेशन भी अलग नजर आ रहा है। काफी समय बाद इटारसी जंक्शन अवैध वेंडरों की इस बीमारी से मुक्त हुआ दिख रहा है। अब देखना यह है कि कब तक इन अवैध वेंडरों के संरक्षणदाता उन्हें बाहर रखते है और कब उनकी प्लेटफार्मों पर एंट्री कराते हैं।

राज्यसभा सांसद की मुलाकात के असर की चर्चा

इटारसी जंक्शन पर अवैध वेंडरों की घुसपैठ और उनके कारण स्टेशन और शहर में बिगड़ने वाले माहौल को लेकर राज्यसभा सांसद माया नारोलिया की दिल्ली में डीजी आरपीएफ से मुलाकात की बातें सामने आ रही हैं। सूत्रों की मानें तो राज्यसभा सांसद ने इटारसी जंक्शन पर अवैध वेंडरों की विभागीय संरक्षण में सक्रियता संबंधी कोई पत्र भी डीजी को सौंपा है जिसके बाद अवैध वेंडरों पर फोकस करते हुए उनकी धरपकड के लिए कदम उठाया गया है।

पूर्व सांसद ने भी संसद में उठाया था मुद्दा

मध्यप्रदेश शासन में मौजूदा उच्च शिक्षा मंत्री राव उदयप्रताप सिंह जब होशंगाबाद नरसिंहपुर संसदीय क्षेत्र के सांसद थे तब भी उन्होंने संसद में इटारसी जंक्शन पर अवैध वेंडरिंग का विषय उठाया था। संसद में मामला उठने के बाद कई महीनों तक अवैध वेंडरों की एंट्री स्टेशन पर बंद हो गई थी मगर अब फिर से अवैध वेंडर सक्रिय हो गए हैं।

कौन है रीतेश…

इटारसी जंक्शन पर अवैध वेंडरिंग के कारोबार और उससे होने वाले उगाही को कन्ट्रोल करने का रिमोट एक रीतेश नामक व्यक्ति के पास है। सूत्रों की माने तो यही व्यक्ति अवैध वेंडरिंग के कारोबार करने वालों से कथित रूप से विभाग की ओर से खड़ा रहता है। बड़ा सवाल यह है कि आखिर इस रीतेश नामक व्यक्ति को किसने स्टेशन पर एंट्री दी और किसने उसे मैनेजमेंट के काम की पॉवर ऑफ अटर्नी थमाई है। मंडल की जांच टीम अगर चुपचाप मामले में जांच करे तो स्टेशन पर रीतेश नामक व्यक्ति की एंट्री के जिम्मेदारों के नाम भी सामने आ सकते हैं।

इनका कहना है

हमें भी जानकारी मिली है कि इटारसी स्टेशन पर अवैध वेंडरिंग की समस्या की शिकायत दिल्ली में वरिष्ठ अधिकारियों को हुई है। इसके बाद ही स्थानीय मंडल स्तर पर कार्रवाई हो रही है। एक बाहरी व्यक्ति की विभागीय तौर पर सक्रियता की जानकारी भी मिली है। अवैध वेंडरिंग को सख्ती से रोका जाना चाहिए।

राजा तिवारी, सदस्य जेडआरयूसीसी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *