नर्मदापुरम संभाग में खाद-बीज की हैं कुल 805 दुकानें, निजी दुकानों पर बिकने वाली खाद-बीज की होगी जांच..

अपर आयुक्त आरपी सिंह ने ली विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक

नर्मदापुरम। नर्मदापुरम संभाग में शासकीय एवं निजी मिलाकर खाद एवं बीज की कुल 850 दुकाने हैं जिनसे हजारों किसान खरीदी करते हैं। किसानों को उत्तम क्वालिटी का खाद-बीज मिले इसके लिए प्रशासन ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। इन 805 दुकानों में से निजी सेक्टर की जितनी भी दुकानें हैं उन दुकानों से खाद-बीज की सैंपलिंग होगी और उसकी लेब में जांच कराई जाएगी। अगर खाद-बीज के सैंपल अमानक मिलते हैं तो उसके विक्रेता के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।                                यह निर्देश नर्मदापुरम संभाग के अपर आयुक्त आरपी सिंह ने संयुक्त संचालक कृषि समीक्षा बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि वे निजी दुकान संचालकों के यहां से खाद बीज के नमूने लेकर उसका परीक्षण कराया जाए।  साथ ही खाद बीज बेचने वाले कितने लाइसेंसी दुकान है इसका पूरा ब्योरा भी कृषि विभाग रखें। उन्होंने सभी कृषि अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह क्षेत्र में निरंतर भ्रमण करें और किसानों से सतत संवाद एवं संपर्क रखकर उनकी समस्याओं से अवगत हो और उन समस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण करना भी सुनिश्चित करें। किसानों के बीच पहुंचकर कृषि की नई तकनीक एवं पद्धति से किसानों को अवगत कराए।  संयुक्त संचालक कृषि ने अवगत कराया की नर्मदापुरम संभाग में शासकीय एवं निजी मिलाकर खाद एवं बीज की कुल 850 दुकाने संचालित हैं। अपर आयुक्त ने संभाग के जिलों में नरवाई नहीं जलाने के प्रति किसानों को जागरूक करने के भी निर्देश दिए।

इन विभागों की समीक्षा की

अपर आयुक्त ने किसान कल्याण एवं कृषि विभाग,  सहकारिता विभाग, मार्क फेड,  मत्स्य विभाग, उद्यानिकी  विभाग एवं पशुपालन विभाग की संभागीय समीक्षा बैठक ली। उन्होंने सभी सहायक संचालक उद्यानिकी को निर्देश दिए कि वे किसानों को नए-नए क्षेत्र का भ्रमण अवश्य कराए। भ्रमण के दौरान अन्य जिलों के किसानों द्वारा किए जा रहे नवाचार से उन्हें अवगत कराए और उस नवाचार का यहां की खेती में भी प्रयोग कराने प्रेरित करें। उल्लेखनीय है कि राज्य के अंदर भोपाल, ईटखेड़ी केवीके, पचमढ़ी एवं अन्य जिलों में प्रशिक्षण केंद्र है। जहां पर उद्यानिकी की फसल लेने वाले किसानों को निरंतर प्रशिक्षण दिया जाता है। अपर आयुक्त ने उद्यानिकी विभाग द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ लेने वाले किसानों के स्वीकृत ऋण प्रकरणों की समीक्षा की और निर्देश दिए कि दिए गए लक्ष्य के अनुरूप सभी ऋण प्रकरण प्राथमिकता से स्वीकृति हेतु बैंक में लगाया जाए। उन्होंने सीएम हेल्पलाइन,  अनुकंपा नियुक्ति आदि के प्रकरण भी समय सीमा में निराकृत करने के निर्देश दिए।

पशुपालन विभाग से ली जानकारी

अपर आयुक्त ने पशुपालन विभाग द्वारा संचालित पशु एंबुलेंस की जानकारी ली। बताया गया कि यह एंबुलेंस ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में  बीमार पशुओं के बीच पहुंच कर उनका इलाज करती है। जिला पशु चिकित्सा अधिकारी ने पशु टीकाकरण, कृत्रिम गर्भाधान,  बंधियाकरण से संबंधित जानकारी दी और बताया कि पशुओं में होने वाला लंपी वायरस अभी कंट्रोल में है, पशुओं का टीकाकरण कार्य निरंतर चलता रहता है। मुर्गी पालन एवं बकरी पालन के लिए बैंक ऋण हेतु हितग्राहियों के प्रकरण लगाए गए हैं। अपर आयुक्त ने आचार्य विद्यासागर समृद्धि योजना की भौतिक एवं वित्तीय लक्ष्य की समीक्षा की और निर्देश दिए की वित्तीय एवं भौतिक लक्ष्य की प्राप्ति समय सीमा में सुनिश्चित की जाए। उन्होंने सभी गौशालाएं सुचारू रूप से संचालित करने के निर्देश भी दिए।

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