
नर्मदापुरम। मां नर्मदा एवं तवा के संगम तट है बांद्राभान। बांद्राभान लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। यहां लगने वाला मेला भी जिले के प्रसिद्ध मेलों में से एक है। बांद्राभान मेले में पहले दिन से लेकर अंतिम दिन तक लाखों श्रद्धालु संगम तट पर स्नान कर पुण्य लाभ लेने दूर-दूर से आते हैं। देवउठनी ग्यारस के बाद दूसरे दिन से इस तीन दिवसीय बांद्राभान मेले का शुभारंभ हो गया है। लोकसभा सांसद दर्शन सिंह चौधरी, राज्यसभा सांसद माया नारोलिया, विधायक नर्मदापुरम डॉ सीतासरन शर्मा, सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह, कलेक्टर सोनिया मीना, मध्य प्रदेश तैराकी संघ अध्यक्ष पीयूष शर्मा, जनपद अध्यक्ष भूपेंद्र चौकसे सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने विधिवत पूजा अर्चना कर मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक डॉ गुरुकरन सिंह, जनपद उपाध्यक्ष मंजूलता पटेल, एसडीएम नर्मदापुरम नीता कोरी, एसडीओपी पराग सैनी, डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड राजेश जैन, जनपद सीईओ हेमंत सूत्रकार सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहें।
नदी मार्ग से किया निरीक्षण
कलेक्टर कलेक्टर सोनिया मीना एवं पुलिस अधीक्षक डॉ गुरुकरन सिंह ने अधिकारियों के साथ मोटरबोट के माध्यम से नदी मार्ग द्वारा मेला क्षेत्र में की गई व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया एवं मेले के सफल आयोजन के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि कार्तिक मास की पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाला सुप्रसिद्ध बांद्राभान मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचते हैं। जिसे ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन नर्मदापुरम द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई।
एक दर्जन से ज्यादा जिलों से आते हैं श्रद्धालु
जनपद सीईओ नर्मदापुरम हेमंत सुत्रकार ने बताया कि तीन दिवस तक आयोजित होनें वाला मेला 16 नवंबर तक चलेगा। मेले में नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, सीहोर, भोपाल, राजगढ एवं अन्य जिलो से आने वाले यात्रियों व श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखते हुये मेला स्थल के पहुंच मार्गों को दुरूस्त किया गया है। मेले के लिए मुख्य घाट सहित अन्य प्रमुख स्नान घाटों तक के रेतीले क्षेत्र में आवागमन सुलभ बनाया गया है।
प्रशासन ने की है कसावट
मेला स्थल पर नदी में गहरे पानी में जाने से लोगो को रोकने के लिए बैरीकेडिंग की गई है। शुद्ध पेयजल की भी व्यवस्था की गई है। उचित यातायात प्रबंधन तथा जाम से निजात पाने के लिये अलग-अलग स्थानों पर पार्किंग बनाई गई है, उन्होंने बताया कि स्नान के दौरान गहरे पानी में श्रद्धालुओं को डूबने से बचाने व अन्य किसी प्रकार की आपात स्थिति से बचाव के लिए कुशल तैराकों, गोताखोरों एवं नदी में पेट्रोलिंग हेतु मोटर बोट, लाईफ जैकिट, वायरलैस सैट, वॉकी-टॉकी, सर्च लाईट वॉच टावर इत्यादी की व्यवस्था भी की गई है। इसके अलावा खोया-पाया केन्द्र, स्वास्थ विभाग का अमला एंबुलेंस तथा प्राथमिक उपचार के लिए दवाओं के साथ मेला स्थल पर तैनात किया गया है। शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल भी रहेगा।