नर्मदापुरम जिले में औद्योगिक तस्वीर को संवारेगा इन्वेस्टमेंट फेसिलिटेशन सेंटर, उद्योपतियों को अनुमतियों/ जानकारी के लिए नहीं लगाना होंगे चक्कर…

नर्मदापुरम। नर्मदापुरम जिले के औद्योगिक तस्वीर को बदलने के अब जिला मुख्यालय पर इनवेस्टमेंट फेसिलिटेशन सेंटर यानी निवेदन प्रोत्साहन केंद्र शुरू हो गया है। इस केंद्र के बनने से जिले में उद्योग लगाने के इच्छुक उद्योगपतियों को कई अनुमतियों या जानकारी जुटाने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। एक ही छत के नीचे उन्हें अपने काम की तमाम जानकारी मिल जाएगी। जिलास्तर पर निवेश को सुगम बनाने, निवेशकों को उचित मार्गदर्शन प्रदान करने एवं निवेश परियोजनाओं के सुचारू क्रियान्वयन हेतु केंद्रीयकृत व्यवस्था के अंतर्गत जिला पंचायत कार्यालय नर्मदापुरम परिसर मे “निवेश प्रोत्साहन केन्द्र” (Investment Facilitation Center) का शुभारंभ कलेक्‍टर सोनिया मीना की अध्यक्षता में किया गया।

नर्मदापुरम जिले के लिए बनेगा मील का पत्थर

निवेश प्रोत्साहन केन्द्र शुभारंभ कार्यक्रम में वर्चुअल माध्‍यम से मध्‍यप्रदेश शासन के लोक निर्माण मंत्री एवं नर्मदापुरम जिले के प्रभारी मंत्री राकेश सिंह ने अपने उद्धवोधन में कहा कि नर्मदापुरम के लिए निवेश प्रोत्साहन केन्द्र मील का पत्‍थर साबित होगा। प्रभारी मंत्र सिंह ने उपस्थित सभी निवेशकों को नर्मदापुरम में निवेश प्रोत्साहन केन्द्र खुलने पर शुभकामनाएं दी। प्रभारी मंत्री सिंह ने सभी निवेशकों से कहा कि नर्मदापुरम मां नर्मदा का पवित्र स्‍थान है, नर्मदापुरम जिले में विभिन्‍न औद्योगिक क्षेत्र का विकास करें जिससे नर्मदापुरम प्रदेश में अपनी अलग पहचान बनाए।

जनप्रतिनिधियों ने जताई नए उद्योगों की उम्मीद

निवेश प्रोत्साहन केन्द्र शुभारंभ कार्यक्रम में विधायक नर्मदापुरम डॉ. सीतासरन शर्मा ने कहा कि मध्‍यप्रदेश सरकार निवेशकों के लिए नए-नए आयाम लेकर आ रही है। उन्‍होंने कहा कि जिला स्‍तर पर निवेश प्रोत्साहन केन्द्र खुल गया अब आपको औद्योगिक क्षेत्र के विकास के लिए कोई पेरशानी नहीं होगी। इस दौरान विधायक सिवनी मालवा प्रेमशंकर वर्मा ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र को आगे बढाना बहुत आवश्यक है जिससे क्षेत्र के युवाओं को रोजगार प्राप्‍त होगा साथ ही क्षेत्र का विकास होगा। विधायक वर्मा ने कहा कि निवेश प्रोत्साहन केन्द्र से खुलने से निवेशकों को विभिन्न प्रकार की सुविधाओं का लाभ मिलेगा और औद्योग स्थापित करने में आसानी होगी।

उद्योगपतियों को जल्द मिलेंगी अनुमतियां

निवेश प्रोत्साहन केन्द्र शुभारंभ कार्यक्रम में कलेक्‍टर नर्मदापुरम सोनिया मीना ने उपस्थित सभी निवेशकों को नर्मदापुरम में निवेश प्रोत्साहन केन्द्र खुलने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी। कलेक्‍टर ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार प्रत्‍येक जिले में “निवेश प्रोत्साहन केन्द्र” (Investment Facilitation Center) स्‍थापित किए जाएंगे। जिला पंचायत कार्यालय नर्मदापुरम परिसर मे स्थापित “निवेश प्रोत्साहन केन्द्र”  के माध्‍यम से जिले के निवेशकों को उचित मार्गदर्शन प्रदान करने एंव निवेश परियोजनाओं के क्रियान्वयन/स्थापित करने के लिए आवश्‍यक जिला स्‍तरीय अनुमति/सम्‍मतियां/अनुज्ञप्तियों कोनिर्धारित समय में प्रदान की जा सकेगी। उन्होंने जिले के प्रमुख उद्योगपतियों से कहा कि औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन के जो भी बिन्‍दु या समस्याएं होंगी उसका निराकरण किया जाएगा। कलेक्‍टर ने उपस्थित निवेशकों से कहा कि नर्मदापुरम में औद्योगिक विकास करने के लिए जिला प्रशासन आपके साथ है।

 इन उद्योगपतियो ने दर्ज कराई उपस्तिथि

कार्यक्रम में उद्योगपतियों की ओर से खामेसरा, बिजनेस हेड मेसर्स आईनॉक्स एयर प्रोडक्ट्स, मोहासा बाबई द्वारा अपनी इकाई को आरंभ करने में शासन, जिला प्रशासन एवं उद्योग विभाग द्वारा की जाने वाली सहायता व परामर्श से खुशी जाहिर की एवं औद्योगिक क्षेत्र में दी जाने वाली सुविधाओं और समस्याओं के बारे में अवगत कराया। अन्य उद्योगपति अशोक मालवीय, गौरव सेठ, नकुल अग्रवाल, मोहन खण्डेलवाल,  महेश गोयल, सतीश यादव द्वारा जिले में उद्योग संचालन में आ रही कठिनाइयों और समस्याओं की ओर ध्यान आकृष्ट कर उनके निराकरण का आग्रह किया गया। इस संबंध में कलेक्टर द्वारा सभी बिन्दुओं पर संबंधित विभागों को निर्धारित समयावधि में निराकरण सुनिश्चित किये जाने के निर्देश दिये।

यह रहे कार्यक्रम में मौजूद

इस अवसर पर विधायक नर्मदापुरम डॉ. सीतासरन शर्मा, विधायक सिवनीमालवा श्री प्रेमशंकर वर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष नर्मदापुरम श्रीमती नीतू यादव, जनपद पंचायत अध्‍यक्ष श्री भूपेन्‍द्र चौकसे, जिले के प्रमुख उद्योगपति, जिला पंचायत के मुख्‍य कार्यपालन अधिकारी श्री सोजान सिंह रावत,  कार्यकारी संचालक एम.पी.आई.डी.सी श्री आर के वर्मा, महाप्रबंधक, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र महाप्रबंधक श्री कैलाश माल, सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण एवं समिति के सदस्‍यगण तथा उद्योग विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहें।