गांधी सभा भवन की मैनिट या बड़ी एजेंसी से कराई जाएगी स्ट्रेंथ जांच, प्रशासन को भूस्वामियों की जगह जनता का सेवक बनने की दी नसीहत..

इटारसी। इटारसी नगरपालिका प्रशासन ने ग्यारहवीं लाइन स्तिथ मकान को कब्जाधारी की गैरमौजूदगी में जेसीबी से तोड़ने का कदम उठाने के साथ ही गांधी भवन को भी क्षतिग्रस्त बताकर दुकानदारों को तीन दिन का समय दिया है। इसके बाद से मामले ने तूल पकड़ लिया है। विधायक डॉ शर्मा ने गांधी भवन की बिल्डिंग की स्ट्रेंथ की जांच मैनिट या अन्य किसी बड़ी एजेंसी से कराने की बात कही है। इस निर्णय के बाद से दुकानदारों की भी चिंता थोड़ी कम हुई है।

निरीक्षण करने पहुंचे विधायक डॉ शर्मा

मामले की जानकारी मिलने के बाद विधायक डॉ सीतासरन शर्मा ने जयस्तंभ पर मौजूद गांधी भवन, ग्यारहवी लाइन में प्रशासन द्वारा तोड़े गए कथित जर्जर मकान और मालवीयगंज में एक महिला के मकान का निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद विधायक डॉ शर्मा ने प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जबरिया की जा रही कार्रवाई पर सख्त एतराज जताया और कहा कि बिना सर्व सहमति के अब कोई भी मकान, भवन नहीं तोड़े जाएं। निरीक्षण के दौरान नगर पालिका अध्यक्ष पंकज चौरे भी साथ थे।

बड़ी एजेंसी जांचेगी गांधी भवन की स्ट्रेंथ

विधायक डॉ सीतासरन शर्मा ने गांधी भवन, जयस्तंभ चौक के व्यापारियों से चर्चा की और उन्हें आश्वासन दिया कि यहां किसी तरह की कोई प्रशासनिक कार्रवाई अभी नहीं होगी। विधायक डॉ शर्मा ने कहा कि एक प्राइवेट एजेंसी वीआर द्वारा गांधी भवन की बिल्डिंग स्ट्रेंथ रिपोर्ट जो दी गई है और लोक निर्माण विभाग ने जो रिपोर्ट दी है उसमें विभिन्नता है, इसलिए मैनिट या किसी अन्य बड़ी सरकारी एजेंसी से गांधी भवन की बिल्डिंग स्ट्रेंथ रिपोर्ट बनाई बनवाई जाए। उन्होंने कहा कि इसके अलावा जनप्रतिनिधि, व्यापारियों व अधिकारियों की एक समिति बनाकर आगे की कार्रवाई की जाए। विधायक डॉ शर्मा ने कहा कि वह शहर में किसी भी तरह की प्रशासनिक अराजकता बर्दाश्त नहीं करेंगे।

सहमति से तय होगी कार्रवाई

विधायक डॉ शर्मा ने कहा कि जिन भी वार्डों में भवन जर्जर घोषित हैं। वहां पर कार्रवाई के पहले जनप्रतिनिधियों, स्थानीय नागरिकों से अधिकारी चर्चा करें। बिल्डिंग स्ट्रेंथ रिपोर्ट सभी को बताई जाए, इसके बाद ही सहमति से जर्जर भवन तोडने की कार्रवाई की जाए। इसके पहले किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की जाना चाहिए।