इटारसी। इटारसी शहर में सूरजगंज के उप डाकघर को विभाग का कमाऊ पूत कहा जा सकता है। इस कमाऊ पूत को आगे बढ़ाने की जगह उसके अस्तित्व को ही खत्म करने की तैयारी चल रही है। डाक विभाग के आला अफसर सूरजगंज के इस उप डाकघर को यहां से बंद करने पर आमादा हैं जबकि सच्चाई यह है कि मौजूदा हालात में इस डाकघर में 8 हजार से ज्यादा खाते हैं और हर माह करीब पौने 11 करोड़ रुपए का कलेक्शन आता है। इस डाकघर को बंद करने की जानकारी सामने आने के बाद विरोध शुरू हो गया है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष गुड्डन पांडे ने संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को पत्र लिखकर सूरजगंज डाकघर को अपग्रेड करने की मांग की है।
यह लिखा है पत्र
जिला कांग्रेस अध्यक्ष शिवाकांत पांडे (गुड्डन पांडे) ने कहा कि वर्षों से इटारसी नगर में 1 मुख्य डाकघर तथा 2 उप डाकघर संचालित हो रहे थे। दिनाँक 04.08.2015 को पुरानी बस्ती, इटारसी के उप डाकघर को एस.डी.जी. इटारसी में विलय के कारण इस नगर में सूरजगंज क्षेत्र में संचालित 1 उप डाकघर ही शेष बचा है। मुख्य डाकघर नगर के बाजार क्षेत्र में स्थित है और उक्त उप डाकघर नगर के महत्वपूर्ण क्षेत्र ‘सूरजगंज’ में स्थित है। नगर के उत्तरी छोर पर स्थित ‘सूरजगंज उप डाकघर’ के अधिकांश क्षेत्र के साथ ही लगभग 1 दर्जन डाक विहीन ग्रामों से सीधा जुड़ा हुआ है। अतः इस उप डाकघर से नगर की जनता के साथ ही बड़ी संख्या में ग्रामीण जनता भी एवं शहर के 60 प्रतिशत बुजुर्गों के खाते है, वह भी लाभान्वित हो रहे है एवं जनता को मुख्य डाकघर में जाने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। साथ ही यहां पर 9 एजेंटों द्वारा भी व्यवसाय किया जा रहा है। व्यवसाय की दृष्टि से उक्त डाकघर लाभ की स्थिति में है, वर्तमान में उक्त उप डाकघर में लगभग 8,000 खाते संचालित हो रहे हैं। प्रतिमाह रु. 10,88.40.000/- लगभग (10 करोड़ अठ्ठयासी लाख चालीस हजार रुपये) का संग्रहण होता है। केंद्रीय सरकार भी उप डाकघरों को खोलने पर जोर दे रही है। अतएव निवेदन है कि उक्त तथ्यों को दृष्टिगत रखते हुए ‘उप डाकघर सूरजगंज’ के उन्न्यन हेतु उचित कार्यवाही करने की कृपा करें।