जानलेवा छत के नीचे बैठाए जा रहे स्कूली बच्चे, पार्षद बोले दो साल से भवन गिराने की मांग की अनदेखी हो रही है…

इटारसी। वार्ड नंबर 23 स्थित कस्तूरबा कन्या शाला का भवन बदहाल हो चुका है बावजूद इसके इस बदहाल भवन में बच्चों को जानलेवा खतरे के बीच बैठाकर पढ़ाई कराई जा रही है। पिछले 2 साल से इस वार्ड के पार्षद राकेश जाधव प्रशासन से इस क्षतिग्रस्त स्कूल भवन को गिरने की मांग कर रहे हैं मगर पार्षद की मांग को अनदेखा किया जा रहा है। एक जनप्रतिनिधि की इस गंभीर मांग की अनदेखी कई परिवारों के बच्चों के जीवन के लिए संकट साबित हो सकती है। प्रशासन ने शहर के क्षतिग्रस्त मकानों को गिराने की महिम चालू की है इसे देखते हुए पार्षद राकेश जाधव ने फिर इस विषय को प्रशासन के सामने लाने का काम किया है और उन्होंने किसी तरह का हादसा होने की स्थिति में इसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होने की बात भी कही है। इस मामले में एसडीएम टी प्रतीक राव ने कहा कि हम शाला भवन को दिखवा लेते हैं और दस्तावेज भी देख लेते हैं। उसके बाद जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।

पार्षद बोले खानापूर्ति हो रही है

नगरपालिका में स्वास्थ विभाग सभापति राकेश जाधव ने कहा कि वार्ड 23 कस्तूरबा कन्या शाला का पुराना भवन जर्जर हो चुका हे नियमित कक्षा भी लग रही है। हमारे द्वारा दो साल से इस भवन को गिराने की शिकायत की जा रही हे लेकिन प्रशासन दो साल से केवल कागज का पेट भर खाना पूर्ति करने में लगा है। जिला परियोजना अधिकारी,इटारसी एसडीएम महोदय और लोकनिर्माण विभाग द्वारा केवल प्रचार किया गया है। बरसात में किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर पूर्ण रूप से प्रशासन जिम्मेदार होगा। हमे सागर में हुई दुखद घटना से ही सबक लेना चाहिए।

कब क्या हुआ

कार्यालय जनपद शिक्षा केंद्र नर्मदापुरम ने 18 जनवरी 2023 को पत्र लिखकर लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री से केसला ब्लॉक के घाटली और नागपुर कला तथा नर्मदापुरम ब्लॉक के इटारसी स्तिथ सिंधी प्राथमिक शाला और कस्तूरबा शाला को क्षतिग्रस्त घोषित करने की मांग की थी। वही 18 जून 2023 को इटारसी अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय ने भी लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखकर कस्तूरबा स्कूल के बदहाल भवन को गिराने पत्र लिखा था। इन पत्रों के आधार पर लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री ने उक्त स्कूलों का निरीक्षण कराया था। निरीक्षण के आधार पर विभाग ने अपनी जांच रिपोर्ट में मार्च 2024 में कस्तूरबा स्कूल और सिंधी प्राथमिक शाला को क्षतिग्रस्त घोषित किया था।