नर्मदापुरम। मध्यप्रदेश के हिल स्टेशन माने जाने पचमढ़ी में 1 अगस्त से नागद्वारी मेला शुरू होना है। इस मेले के लिए जिला प्रशासन ने विभिन्न विभागों के कर्मचारियों और अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। कठिन पहाड़ी रास्तों को लांघते हुए कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यवस्थाएं बनाने का काम चल रहा है। इन्हीं व्यवस्थाओं की तैयारी में जुटे पीएचई विभाग के दो कर्मचारी मौत के मुंह में जाते जाते बच गए। उनकी जिप्सी करीब 30 फीट गहराई में जा गिरी। संयोग से किसी की जान नहीं गई हालांकि उन्हें चोटें जरूर आई हैं। जानकारी के अनुसार मेले के लिए पीएचई कर्मचारियों को लेकर जा रही जिप्सी रोरीघाट के पहले 30 फीट गहरी खाई में गिर गई। घटना में जिप्सी में ड्राइवर और दो पीएचई के कर्मचारी सवार थे। जो घायल हो गए। वायरलेस पर मिली सूचना पर एसटीआर के सहायक संचालक संजीव शर्मा, रेंजर उमेश मारू, साड़ा समेत पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। जिन्हें खाई से निकालने के बाद पिपरिया कें सरकारी अस्पताल भिजवाया गया। पीएचई कर्मचारियों की जिप्सी खाई में गिरने की घटना की खबर फैलते ही सूबे में हड़कंप मच गया है।नागद्वारी मेले की व्यवस्थाओं के लिए बुधवार को पीएचई के दो कर्मचारी जिप्सी से काजरी जा रहे थे। रोरीघाट के पहले सिद्ध बाबा मोड़ के पास अचानक जिप्सी स्लिप होकर 30 फीट गहरी खाई में गिर गई। जैसे तैसे यह सूचना विभागीय लोगों तक पहुंची और फिर वहां से पुलिस तक पहुंची। पीएचई विभाग के प्रभारी अधिकारी एसडीओ रवि केलवा ने बताया कि काजरी में पेयजल व्यवस्था पहुंचाने काम चल रहा है। दोनों कर्मचारियों की ड्यूटी उसी काम में लगाई गई है। कर्मचारी जिप्सी से जा रहे थे उसी बीच दुर्घटना हो गई। यह मार्ग काफी दुर्गम है। दुर्घटना में जिन लोगों को चोटें आई उनमें पिपरिया कार्यालय के टाईम कीपर महेंद्र उईके, जल प्रदाय शाखा पचमढ़ी के कमलेश और जिप्सी चालक शामिल हैं उल्लेखनीय है कि पचमढ़ी में प्रसिद्ध नागद्वारी 10 दिवसीय मेला 1 अगस्त से शुरू होगा। मेले में महाराष्ट्र, छिंदवाड़ा, नर्मदापुरम, बैतूल समेत प्रदेशभर से बड़ी संख्या में लाखों श्रद्धालु आते है। जिलाप्रशासन, एसटीआर प्रबंधन मेले की तैयारी करता है। मेले में 16 किमी की पैदल यात्रा दुर्गम पहाड़ी रास्तें से होकर गुजरती है। दूसरे रास्ता जिप्सी के लिए रहता है। यह रास्ता भी दुर्गम संकरा है। जहां कई जगह पर खड़ी पहाड़ी पर जिप्सी चढ़ती-उतरती है।