अमरकंटक एक्सप्रेस के तीन कोचों के निचले हिस्से में भड़की आग, गार्ड की सतर्कता से टल गई बड़ी आगजनी की घटना….

इटारसी। भोपाल से दुर्ग जाने वाली अमरकंटक एक्सप्रेस के तीन एसी कोचों के निचले हिस्से में अचानक आग लग गई। ट्रेन के गार्ड की सक्रियता से इस आग को समय पर बुझा दिया गया। अगर गार्ड की सक्रियता नहीं होती तो शायद अमरकंटक एक्सप्रेस बर्निंग ट्रेन में तब्दील भी हो सकती थी और बड़ी दुर्घटना के रूप में यह चिंगारी सामने परिणाम दिखाती।

क्या है मामला

भोपाल से दुर्ग जाने के लिए निकली 12854 अमरकंटक एक्सप्रेस जब मिसरोद और मंडीदीप के बीच पटरी पर तेज रफ्तार से दौड़ रही थी इस समय गार्ड सौरभ चौहान को कुछ जलने की बदबू आई।।संदेश होने पर उन्होंने पहले गार्ड का वेगन चेक किया और फिर बाहर जाकर देखा तो उनके होश उड़ गए। ट्रेन के एसी कोच क्रमांक बी-2,बी-3 और बी-4 कोच के पहियों के पास आग भड़क रही थी और गहरा धुंआ निकल रहा था। तेज रफ्तार ट्रेन में लग रही हवा से ट्रेन के कोचों में आग भड़कने का खतरा भांपकर तत्काल ही उन्होंने ड्राइवर को घटना की जानकारी देकर प्रेशर ड्रॉप कराकर ट्रेन खंभा नंबर 810/29 के पास रुकवाई। गार्ड सौरभ चौहान अग्निशामक यंत्र लेकर मौके पर पहुंचे और तीनों कोचों में सुलग रही आग को बुझाया। रीजनल वॉइस को सूत्रों ने बताया कि रास्ते में ट्रेन करीब 20 मिनट तक खड़ी रही। जब आग बूझ गई तो ट्रेन को अगले स्टेशन पर खड़ी कराने के बाद सीएंडडब्लू स्टाफ से पूरा चेक कराया गया। जब सभी कोचों को सुरक्षित पाया गया तब ट्रेन को इटारसी के लिए रवाना किया गया।